अमरोहा : बिजली विभाग के अवर अभियंता अमर सिंह के मोबाइल पर 22 अगस्त को एक काल आई। काल करने वाले ने खुद को डाकघर से बताया। कहा, आपको वाट्सएप पर एक पीडीएफ फाइल भेजी गई है, जिसमें कुछ कागज हैं, उन्हें देख लीजिए। अमर सिंह ने पीडीएफ फाइल खोलकर देखी, उसमें अतुल कुमार निवासी नोएडा के नाम के कागज थे। वह पढ़ ही रहे थे, फाइल वाट्सएप से गायब हो गई। पांच मिनट बाद उनके खाते से रुपये निकाले जाने का संदेश मिला। इससे पहले कुछ समझ पाते और संदेश आए। 10 मिनट में उनके खाते से 6.46 लाख रुपये निकल गए। इसी तरह मंडी धनौरा के रोहित कुमार के खाते से तीन बार में 1.5 लाख रुपये निकाल लिए गए। दरअसल, साइबर अपराधियों ने ठगी का नया पैतरा निकाला है। वह पीडीएफ फाइल एपीके (एंड्राइड पैकेज किट) फार्मेट में भेजते हैं। उसके माध्यम से खाते से
रुपये निकाल लिए जाते हैं। पीडीएफ फाइल में साइबर अपराधी
अपने कंप्यूटर या मोबाइल का लिंक जोड़ देते हैं। जैसे ही वाट्सएप पर मिली पीडीएफ फाइल को इन्वाइट किया जाता है। एपीके फाइल खुलकर मोबाइल में इंस्टाल होकर हिडन (छिप) हो जाती है। फिर आपका मोबाइल अपराधियों के कंप्यूटर से जुड़ जाता है।
मोबाइल पर आने वाले सभी संदेश उनके कंप्यूटर पर भी दिखाई देते हैं। मोबाइल नंबर बैंक खाते से जुड़ा होने पर उसके ओटीपी भी अपराधियों के पास जाते हैं। लिहाजा वह खाते से रुपये निकाल लेते हैं। साइबर एक्सपर्ट आलोक पांडेय बताते हैं कि पहले साइबर अपराधी सीधे लिंक भेजते थे। जागरूकता व प्रचार- प्रसार के चलते लोगों को इस बारे में जानकारी हो गई है। अब उन्होंने पैतरा बदला है। लिंक को पीडीएफ के रूप में भेजने लगे। सामने वाले को आसानी से भरोसा हो सके, इसलिए पीडीएफ के रूप में वह जानकारी भेजी जाती है जिसका व्यक्ति से संबंध होता है। क्लिक करते ही पिन व ओटीपी साझा हो जाने से लोग ठगी का शिकार बन जाते हैं।
ऐसे समझें एपीके फाइल
एपीके एक तरह की फाइल है जिसका इस्तेमाल एंड्रायड आपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन में ऐप्स को इंस्टाल करने के लिए किया जाता है। के यह एक जिप फाइल की तरह होती है जिसमें एप की सारी जानकारी होती है, जैसे कि कोड, ग्राफिक्स और अन्य डाटा।
ऐसे करें बचाव
सबसे पहले तो अनजान नंबर से मिलने वाली पीडीएफ को बिना खोले ही डिलीट कर दें। यदि धोखे से खोल भी दी और वहगायब हो जाती है, तो तुरंत मोबाइल की सेटिंग में जाएं। वहां एपीके लिख कर सर्च करें, वह फाइल सामने आ जाएगी। उसे फौरन अनइंस्टाल कर दें। मोबाइल का इंटरनेट बंद करने से भी बचा जा सकता है। कुछ देर के लिए मोबाइल ही स्विच आफ भी कर सकते हैं। साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं। मोबाइल बंद होने पर उसमें इंस्टाल एप काम नहीं करेगी।
Whatsapp ग्रुप में आई APK File से रहे, सावधान !!