अमरोहा। सुबह के समय खजूरी के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक रोजाना की तरह बच्चों को पढ़ा रहे थे। करीब दस बजे स्कूल के परिसर के पास बने पंचायत घर से तेंदुए का जोड़ा स्कूल की ओर बढ़ा। ग्रामीणाें के शोर पर बच्चों और शिक्षकों में दहशत फैल गई। स्कूल स्टाफ ने बच्चों समेत खुद को कक्ष में बंद कर लिया। करीब एक घंटे तक बच्चे और शिक्षक दहशत में रहे।
- इस राज्य में 60000 पदों पर निकली शिक्षक भर्ती, बिना CTET वाले ही कर सकेंगे अप्लाई
- Primary ka master: कहीं पांच बच्चों को तीन, कहीं 72 बच्चों को पढ़ा रहे आठ अध्यापक
- Primary ka master: परिषदीय स्कूलों से गायब मिले 53 शिक्षक, बीएसए ने जारी किए नोटिस
- Primary ka master: अप्रैल में मिडिल क्लास के लिए खुशखबरी, जानिए कैसे होगी पैसों की बचत
- Primary ka master: जनपद के 70 स्कूलों के दो हजार शिक्षकों का वेतन रोका
गांव खजूरी में सरकारी स्कूल बाहरी छोर पर बना है। स्कूल के पास ही पंचायत घर भी है। सुबह दस बजे के आसपास ग्रामीण वहां से गुजर रहे थे, तभी उन्हें पंचायत घर से तेंदुए का जोड़ा निकलता दिखाई दिया। देखते ही देखते तेंदुए स्कूल की ओर बढ़ने लगे। बच्चों की जान का खतरा देख ग्रामीणों ने शोर मचा दिया। तेंदुआ आने का शोर सुनकर शिक्षक घबरा गए। हालांकि, उन्होंने समझदारी दिखाते हुए बच्चों समेत खुद को कक्ष में बंद कर लिया। अच्छी बात यह रही कि ग्रामीणों के शोर मचाने पर दोनों तेंदुए कुछ देर रुकने के बाद जंगल की ओर चले गए। डरे सहमे बच्चे और स्टाफ एक घंटे तक कक्ष में बंद रहा। सूचना पर पुलिस अधिकारी पहुंचने पर ही बच्चों को बाहर निकाला गया। वहीं, सूचना पर अभिभावक भी वहां पहुंच गए। एहतियातन वह बच्चों को साथ ले गए। मुख्य अध्यापिका कंचन का कहना है कि बच्चे काफी घबरा गए थे। हालांकि, उन्हें काफी समझा दिया गया है। उनका कहना है कि जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़ा जाना चाहिए।
—–
तीन चार दिन से देखा जा रहा तेंदुआ
ग्रामीणों के अनुसार गांव के आसपास खेतों में तेंदुए का जोड़ा लगातार दिखाई दे रहा है। इस संबंध में वन विभाग को भी सूचना दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब तेंदुआ स्कूल तक पहुंचा तो अधिकारी नींद से जागे।