गोंडा। जिले के परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चलाने की तैयारी तेज हो गई। दूसरे चरण में 285 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास में बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों को डिजिटल कंटेंट और लर्निंग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण सोमवार से डायट दर्जीकुआं में दिया जाएगा। जहां स्मार्ट क्लास का सेटअप स्थापित करने वाली संस्था के एक्सपर्ट जरूरी तकनीकी जानकारी देंगे।
17 कस्तूरबा गांधी समेत जिले के कुल 357 परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के संचालन की तैयारी की गई है। मगर तकनीकी जानकारी न होने के कारण विद्यालय में स्मार्ट क्लास का संचालन नहीं हो पा रहा है। शैक्षणिक सत्र शुरू हुए चार माह से अधिक समय बीतने से उपकरण स्मार्ट कक्षा में पड़े-पड़े धूल फांक रहे हैं। पहले चरण में पिछले दिनों 66 विद्यालयों के शिक्षकों को एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया गया। तकनीकी दक्षता के बाद कंपोजिट विद्यालय पथवलिया समेत कुछ स्कूलों में स्मार्ट क्लास का संचालन शुरू हो गया।
जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) हरिगोविंद यादव ने बताया कि आगामी नौ से 12 सितंबर तक 285 विद्यालयों के शिक्षकों को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। डिजिटल कंटेंट के साथ ही लर्निंग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर में दक्ष बनाया जाएगा। इससे विद्यालयों में बच्चे डिजिटल कटेंट और लर्निंग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर के माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। विद्यालय में स्मार्ट क्लास संचालन के लिए एक-एक शिक्षक को ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे जल्द ही विद्यालयों में कक्षाएं संचालित होगी।
नगर क्षेत्र को मिलाकर 14 शिक्षा क्षेत्रों के अध्यापक प्रशिक्षण में शामिल होंगे। शिक्षक सुबह साढ़े नौ बजे से प्रशिक्षण में हिस्सा लेंगे। जिले के विद्यालयों में दो कार्यदायी संस्था की ओर से स्मार्ट क्लास तैयार की गई हैं। ऐसे में दो चरणों में शिक्षक प्रशिक्षण में हिस्सा लेंगे।
बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि जल्द ही सभी 357 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का संचालन शुरू होगा। इससे बच्चों को डिजिटल कंटेंट मिलेगा। वहीं, सॉफ्टवेयर के माध्यम से रुचि के अनुसार बच्चे विषय की पढ़ाई कर पाएंगे। इसके लिए शिक्षकों को दक्ष बनाया जाएगा।