यूपी के बाराबंकी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां मंगलवार सुबह 12वीं की एक छात्रा समय से पहले की स्कूल पहुंच गई। यहां उसने अपने साथी छात्र-छात्राओं से कहा कि वह आज छलांग लगाकर जान देगी। लेकिन बच्चों ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके एक घंटे बाद छात्रा स्कूल के दूसरी मंजिल की छत पर पहुंची और छलांग लगा दी। नीचे गिरी छात्रा को देख स्कूल में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंचे परिजन उसे लेकर लखनऊ लोहिया अस्पताल पहुंचे जहां उसकी मौत हो गई। इस घटना को लेकर प्रधानाचार्य ने कहा कि छात्रा ने इससे पहले भी एक बार जान देने का प्रयास किया था।
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ये घटना कोठी थाना क्षेत्र का है। यहां के रहने वाले दीपक मिश्रा की 17 साल की वैष्णवी मिश्रा बाल विकास विद्या मंदिर इंटर कॉलेज कोठी में कक्षा बारह की छात्रा थी। वह मंगलवार को सुबह आठ बजे स्कूल आई। प्रधानाचार्य विक्रम सिंह ने बताया कि वह अपने कार्यालय के बाहर बैठे थे कि अचानक उनकी नजर दूसरी मंजिल की छत पर पहुंची एक छात्रा पर पड़ी। उन्होंने इसे लेकर माइक से एनाउंस किया कि कौन छात्रा ऊपर है, तत्काल नीचे आए। विक्रम सिंह के अनुसार जब तक कर्मचारी छत पर पहुंचते उससे पहले छात्रा छत की चाहरदीवारी पर चढ़ी और नीचे छलांग लगाकर कूद पड़ी।
बाहर छात्रा लहुलुहान होकर जमीन पर गिरी। मौके पर शिक्षक व छात्र की भीड़ जुट गई। सभी ने उसकी शिनाख्त वैष्णवी मिश्रा के रूप में करते हुए उनके परिजनों को घटना की सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे और आनन-फानन उसे लेकर सीएचसी कोठी पहुंचे लेकिन डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद छात्रा वैष्णवी को लखनऊ लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया। लोहिया अस्पताल पहुंचने के कुछ देर बाद ही छात्रा ने दम तोड़ दिया। इसकी सूचना पहुंचते ही स्कूल में मातम पसर गया। इस घटना को लेकर प्रधानाचार्य ने कहा कि छात्रा काफी परेशान थी, उसने अपने साथ वाले बच्चों से कहा था कि घर में उसकी काफी पिटाई हुई है। यही नहीं प्रधानाचार्य ने कहा कि इससे पहले भी उसने एक बार नस काटकर जान देने का प्रयास किया था।