लखनऊ। राजधानी के राजकीय और अनुदानित विद्यालयों में करीब 600 शिक्षकों के पद खाली हैं। मुख्य विषयों के शिक्षक न होने से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव से मुलाकात कर खाली पदों पर शिक्षक भर्ती की मांग की है।
माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट की ओर से जारी पत्र के अनुसार, राजधानी सहित प्रदेश में 25,000 से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं। लखनऊ के किशन नारायण इंटर कालेज, दिव्या मंदिर गर्ल्स हाईस्कूल नरही व एमकेएसडी इंटर कॉलेज निशातगंज सहित अन्य विद्यालयों में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की कमी की वजह से शिक्षा व्यवस्था पर प्रभाव पड़ रहा है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने बताया कि साल 2021 में करीब पांच हजार पदों पर शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकाला गया। लेकिन, अभी तक परीक्षा नहीं हुई। शिक्षकों की सेवा सुरक्षा की धारा 21 को बहाल करने की मांग भी उठाई।