अमेठी सिटी। स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए जिले में 1573 शिक्षक तैयार किए जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इन शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिसमें से 1112 शिक्षक प्राथमिक व जूनियर में पढ़ाने वाले व 461 सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। प्रशिक्षण के लिए करीब साढ़े नौ लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
स्कूल नहीं जाने वाले या किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ देने वाले बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए शिक्षक तैयार किए जा रहे हैं। इसके लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षित किए गए मास्टर ट्रेनर सबसे पहले प्रत्येक विकास खंड में प्राथमिक के लिए दो व उच्च प्राथमिक के बच्चों के लिए तीन एआरपी प्रशिक्षित करेंगे। इस तरह 13 ब्लॉक में कुल 65 एआरपी तैयार होंगे। जो कि सेवानिवृत्त व अन्य शिक्षकों को आउट ऑफ स्कूल बच्चों के प्रशिक्षण के लिए तैयार करेंगे।
इसके लिए जिले में करीब साढ़े नौ लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। बीएसए संजय तिवारी ने बताया कि 45 दिन या इससे अधिक समय तक स्कूल नहीं पहुंचने वाले बच्चों को आउट स्कूल मान लिया जाता है। वहीं अन्य कारणों से स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। इन बच्चों के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी शिक्षकों की होगी।
फिलहाल पहले चरण में शिक्षकों को ही प्रशिक्षित करने पर जोर दिया जा रहा है।
- एक स्कूल ऐसा भी जहां, 61 बच्चों के सापेक्ष पूरे 61 बच्चे उपस्थित👌👌💐
- मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज होगा शिक्षकों का ब्योरा
- Primary ka master: शिक्षिका की फेसबुक आईडी बना किया अश्लील पोस्ट, केस दर्ज
- Primary ka master: बिना अनुमति आठ दिन कनाडा घूमने गई शिक्षिका, कार्रवाई की मांग
- बेसिक शिक्षा उपनिदेशक ने निलंबित शिक्षिकाओं के दर्ज किए बयान