लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षामित्रों को जल्द मूल विद्यालय में वापसी का विकल्प मिलेगा। यह आश्वासन प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. एमकेएस सुंदरम ने प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के पदाधिकारियों को दिया है। उन्होंने बताया कि इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।

- सहयोगार्थ प्रेषित👉 यदि आप का स्थानांतरण किसी भी प्रक्रिया से एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में हुआ है तो भौतिक कार्यमुक्ति/कार्यभार प्रक्रिया के अतिरिक्त भी आपको ऑनलाइन होने वाली निम्न प्रक्रियाओं का ध्यान रखना हैं…
- FAQ: स्थानांतरण के बाद कैसे पता लगे कि *मेरी मानव सम्पदा आईडी (ehrms) अभी मेरे नए स्कूल में ट्रांसफर हुई है या नहीं??
- विद्यालय मर्जिंग के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बयान👇
- 11वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के आयोजन के अन्तर्गत आयुष मंत्रालय के पोर्टल पर विद्यालयों के रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में
- अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के कम संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को मर्जर किये जाने सम्बन्धी 16 जून 2025 के आदेश पर रोक लगाने के सम्बंध में
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा से बृहस्पतिवार को संघ पदाधिकारियों ने विधानसभा स्थित कार्यालय में मुलाकात की। उनका नेतृत्व कर रहे शिक्षक एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने बताया कि शिक्षामित्रों को घर से काफी दूर जाना पड़ता है। उन्हें मानदेय भी कम मिलता है। ऐसे में शिक्षामित्रों को मूल विद्यालय वापस
प्रमुख सचिव बेसिक ने शिक्षामित्र संघ पदाधिकारियों को दिया आश्वासन
जाने और महिला शिक्षामित्रों को ससुराल के पास के विद्यालय आवंटित किया जाए। इस पर प्रमुख सचिव ने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसी तरह शिक्षामित्रों के मानदेय में वृद्धि व चिकित्सा सुविधा देने के मुद्दे पर प्रमुख सचिव ने शासन स्तर पर वार्ता कर जल्द सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान उप्र. प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला, प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार, प्रदेश मंत्री अरविंद वर्मा, कोषाध्यक्ष रमेश मिश्रा उपस्थित थे