अमेठी सिटी। परिषदीय विद्यालयों की संख्या जिले में कुल 1571 है, लेकिन ड्रॉप आउट बच्चों के लिए बनाए गए शारदा पोर्टल पर स्कूलों की संख्या 1599 प्रदर्शित हो रही है। वहीं जिले के 1417 विद्यालयों की ओर से सर्वेक्षण के बाद के डेटा फीडिंग पोर्टल पर नहीं की गई है। इससे इन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।
जिले के परिषदीय स्कूलों में बच्चों की संख्या में बहुत तेजी से गिरावट आ रही है। ऐसे में ड्रॉप आउट बच्चों का सर्वेक्षण कर उन्हें अलग से शिक्षा देने की व्यवस्था की जानी है। जिले के सभी विद्यालयों की ओर से परिवार रजिस्टर सर्वेक्षण कराया गया है, जिसमें स्कूल नहीं जाने वाले ड्रॉप आउट बच्चों को चिह्नित कर उनकी संख्या शारदा पोर्टल पर दर्ज करनी है। अभी तक जिले में मात्र 182 विद्यालयों की ओर से 521
कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जनपद-अमेठी उ.प्र
- 2567 पदों के सापेक्ष 8337 मुख्य अभ्यर्थी डीवी के लिए शार्टलिस्ट हुए
- UP Election Result: उत्तर प्रदेश उपचुनाव नतीजे
- NAT EXAM 2024 : नेट 2024 में कितने प्रश्न सही पर ग्रेड, देखें
- NAT 2024 हेतु प्रशिक्षण एवं अभिमुखीकरण
- Primary ka master: कोहरे के कारण हुए हादसे में शिक्षक की मौत, बाइक से जा रहे थे स्कूल, सामने से आए वाहन ने कुचला
अमेठी स्थित बीएसए कार्यालय। संवाद
ड्रॉप आउट बच्चों की सूचना प्रदर्शित की गई है। जबकि 1417 विद्यालयों में सर्वे डेटा फीड नहीं करने का आरोप है।
ऐसे में बीएसए संजय तिवारी ने जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर विद्यालयों से डेटा फीड कराने का निर्देश दिया है। वहीं कारण बताओ नोटिस का जवाब समय से देने का निर्देश दिया है। बीएसए का कहना है कि यदि डेटा फीडिंग का कार्य समय से नहीं पूरा किया गया तो जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
ड्रॉप आउट बच्चों को पढ़ाएंगे सेवानिवृत्त शिक्षक
■ जिले के ड्रॉप आउट बच्चों को पढ़ाने के लिए सेवानिवृत्त व नियमित शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले जिला स्तर पर प्रशिक्षित किए मास्टर ट्रेनर प्रत्येक ब्लॉक में पांच एआरपी को प्रशिक्षित करेंगे। बाद में यही एआरपी जिले में 461 सेवानिवृत्त शिक्षक व अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। बाद में प्रशिक्षित शिक्षक ड्रॉप आउट बच्चों के शिक्षण की जिम्मेदारी संभालेंगे।