लखनऊ : इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के लिए उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक 2,10,347 विद्यार्थियों ने नामांकन कराया है। देश भर में सर्वाधिक नामांकन वाले 50 जिलों में से प्रदेश के 12 जिले हैं। कक्षा छह से 10 तक के विद्यार्थियों में नवाचार व रचनात्मक सोच की संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से यह योजना चलाई जा रही है। देश में दूसरे नंबर पर राजस्थान है जहां 1,55,415 छात्रों ने नामांकन कराया और तीसरे नंबर पर कर्नाटक में 1,05,613 विद्यार्थियों कराया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस बार विद्यालयों में विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया गया। बीते साल यूपी में सिर्फ 50,329 छात्रों ने ही नामांकन कराया था। इस बार अभियान का असर यह रहा कि इसमें 1,60,001 की अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। माध्यमिक स्कूलों के साथ-साथ इस बार परिषदीय उच्च प्राथमिक स्कूलों, कंपोजिट विद्यालयों, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों और संस्कृत विद्यालयों के छात्रों ने भी बढ़-चढ़कर नामांकन किया है। राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से यह इंस्पायर अवार्ड योजना चलाई जा रही है।
देश में सर्वाधिक नामांकन वाले
शीर्ष 50 जिलों में यूपी के जो 12
जिले हैं। इनमें लखनऊ, प्रयागराज,
हरदोई, आजमगढ़, कानपुर देहात, बरेली, आगरा, बुलंदशहर, लखीमपुर खीरी, अलीगढ़, बाराबंकी और बिजनौर शामिल हैं। आम लोगों की समस्याओं व पर्यावरण संरक्षण के लिए किये गए मौलिक नव प्रयोग को प्रोत्साहित किया जाता है। प्रतियोगिता के लिए नामांकन करने वाले कुल विद्यार्थियों में से 10 प्रतिशत छात्रों को उनके प्रोजेक्ट के लिए 10-10 हजार रुपये की धनराशि केंद्र सरकार देती है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के उप शिक्षा निदेशक (शिविर) विवेक नौटियाल ने बताया कि यह यूपी का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। बीती एक जुलाई से लेकर 15 अक्टूबर तक आनलाइन नामांकन किया गया।