प्रयागराज : उत्तर प्रदेशशिक्षा सेवा चयन आयोग की मंगलवार को हुई बैठक में पिछली बैठक के निर्णय के क्रम में प्रगति की समीक्षा के साथ लंबित भर्तियों एवं साक्षात्कार के आयोजन को लेकर विमर्श किया गया। अभी परीक्षा नियंत्रक ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है, इसलिए परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में कोई विशेष रणनीति नहीं तय हुई। इस पर जरूर विमर्श किया गया कि कुंभ एवं माध्यमिक शिक्षा बोर्डों की परीक्षाओं की तिथियों को ध्यान में रखकर ही तिथि तय की जानी चाहिए।
शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी 12 सदस्य, सचिव व उप सचिव सम्मिलित हुए। इसमें जोर इस पर रहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षाओं को लेकर आयोग इस तरह आगे बढ़े कि प्रक्रिया
-
स्कूलों कालेजों, अस्पतालों व सरकारी कालोनियों का करें स्थलीय निरीक्षण: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के समाचार सरकारी भवनों की स्थिति का स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा है कि निरीक्षण के दौरान यदि विद्यालय अथवा अस्पताल…
-
बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को तबादला आदेश व अवकाश तालिका का इंतजार
प्रयागराज: प्रदेश के 1.59 लाख विद्यालयों में पढ़ने वाले लाखों शिक्षकों का अवकाश कैलेंडर अब तक जारी नहीं हो सका है। देसी पिक्चर पर 14 वर्ष दिसंबर माह के अंत…
-
नवनियुक्त शिक्षकों की समस्या : शिक्षक बनने के लिए 1 माह बाद भी नहीं मिला स्कूल, जिनका स्कूल आवंटन हो गया है वे शिक्षक वेतन के लिए परेशान
प्रयागराज: पहले 2 साल नियुक्ति पाने में लग गए अब शिक्षक बनने तो अब प्राथमिक स्कूल से नहीं मिल रहा है। यही पीड़ा लेकर नवनियुक्त शिक्षकों बड़ी संख्या में बेसिक…
पूरी होने में कोई अड़चन न आए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) भर्ती परीक्षा-2022 के मिले आवेदनों, लंबित कला एवं जीवविज्ञान विषय की भर्ती की स्थिति पर चर्चा हुई। इसी तरह उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के विज्ञापन संख्या-51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का भी विषय उठा। कोर्ट में लंबित मामलों का भी अपडेट लिया गया। चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा आयोग के बकाए भुगतान के साथ नए गठित आयोग के सदस्यों एवं अधिकारियों के अब तक लंबित वेतन पर भी चर्चा हुई। इस मामले में प्रगति की जानकारी साझा की गई। परीक्षा नियंत्रक के कार्यभार ग्रहण करने के बाद आयोग की अगली बैठक में परीक्षाओं के आयोजन की रूपरेखा तैयार होने की उम्मीद है।