लखनऊ, उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ वाणिज्यकर विभाग का द्विवार्षिक अधिवेशन शुक्रवार को हुआ। इस दौरान कर्मचारियों ने अधिकारियों के समक्ष अपनी 14 मांगें रखीं। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर आयुक्त राज्य कर धनंजय शुक्ला ने किया। इस मौके पर अपर आयुक्त ग्रेड-2 अंजनी अग्रवाल भी मौजूद थे। गोमती नगर स्थित आयुक्त राज्य कर मुख्यालय सभागार में संघ की ओर से आम सभा में लिए गए निर्णय और पारित प्रस्ताव का ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा गया।
प्रदेश महामंत्री सुरेश सिंह यादव ने कहा कि राजस्व देने वाले विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की कमी है। एक कर्मचारी कई अधिकारियों के साथ कार्य कर रहा है। इससे शासकीय कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। संघ ने रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती किए जाने की मांग उठाई। साथ ही कहा कि वाहन चालक के पद पर 100 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 20 वर्षों से कार्य कर रहे हैं। ऐसे में 20 प्रतिशत कोटा जल्द पूरा किया जाए। साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वाहनचालक के पदों पर 20 वर्षों से कार्य कर रहे हैं, जिनकी संख्या लगभग 100 है। इनको बदि वाहन चालक के पद पर 20 प्रतिशत कोटा के साथ पदोन्नत कर दिया जाये तो कोई भी अतिरिक्त वित्तीय भार सरकार पर नहीं पड़ेगा। महामंत्री ने बताया कि विभाग में कर्मचारियों की कमी होने के कारण भवनों की सुरक्षा के लिए पीआरडी जवानों को तैनात करने के आदेश कई बार हुए। बावजूद इसके कई जोन में इनका पालन नहीं किया जा रहा है। विभाग में 635 संविदा कर्मचारियों की शासन से स्वीकृति की गई थी। शासन से निर्देश के बावजूद भी अब तक संविदा कर्मचारियों की तैनाती नहीं की गई है।