प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा-2024 के लिए केंद्र नहीं मिल पा रहे हैं। आयोग के कैलेंडर में प्रारंभिक परीक्षा 27 अक्तूबर को प्रस्तावित है। परीक्षा के आयोजन में एक माह से कम वक्त बचा है। ऐसे में परीक्षा टाली जा सकती है।
हालांकि, आयोग ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। पूर्व में आयोग के सचिव की ओर से जिलाधिकारियों को जारी पत्र में स्पष्ट किया गया था कि पर्याप्त संख्या में केंद्र न मिल पाने के कारण आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा दो दिन कराने का विकल्प भी रखा है। वहीं, अभ्यर्थी इसका विरोध कर रहे हैं और उनका कहना है कि दो दिन परीक्षा कराने से मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) में गड़बड़ी की आशंका बनी रहेगी.
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दो दिन परीक्षा होगी तो अलग- अलग प्रश्नपत्र आएंगे और अभ्यर्थियों का एक समान मूल्यांकन नहीं हो सकेगा। वहीं, यूपीपीएससी के सूत्रों का कहना है कि आयोग अब भी प्रयास में है कि किसी तरह केंद्रों की व्यवस्था हो जाए तो पूर्व की भांति प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में करा ली जाए। परीक्षा केंद्र के लिए विश्वविद्यालयों और इंजीनियरिंग कॉलेज से भी बात की गई है।
फिलहाल पर्याप्त संख्या में केंद्रों
की व्यवस्था न हो पाने की स्थिति में आयोग के सामने दो ही विकल्प रह जाएंगे। पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा टाल दी जाए या परीक्षा दो दिन कराई जाए। परीक्षा के आयोजन में एक माह से कम वक्त बचा है और आयोग पर एक ही दिन में परीक्षा कराने का दबाव भी है।
ऐसे में केंद्रों की व्यवस्था न हो पाने की कि स्थिति में परीक्षा टलने के आसार अधिक होंगे।
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 के तहत 220 पदों पर भर्ती के लिए 576154 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। शासन की ओर से परीक्षा संबंधी नई गाइडलाइन में प्रावधान किया गया है कि निजी स्कूल कॉलेज परीक्षा केंद्र नहीं बनाए जाएंगे और पांच लाख से अधिक अभ्यर्थी होने पर परीक्षा दो दिन कराई जाएगी। लेकिन पीसीएस परीक्षा को इस प्रावधान से अलग रखा गया है और
पूर्व की भांति परीक्षा एक ही दिन में कराने की विशेष छूट दी गई है।
अभ्यर्थी भी चाहते हैं कि परीक्षा एक ही दिन में कराई जाए। इस बीच आयोग ने आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा योजना में बदलाव करते हुए एक ही पाली में परीक्षा कराने का प्रावधान लागू कर दिया है। ऐसे में पीसीएस भर्ती के आवेदकों के बीच चर्चा है कि आयोग कहीं पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में भी किसी बदलाव की तैयारी तो नहीं कर रहा है।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय का कहना है कि आयोग प्रारंभिक परीक्षा पर जल्द ही कोई निर्णय लेते हुए स्थिति स्पष्ट करे। साथ ही पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा में दो पालियों के बीच तीन घंटे के अंतराल को कम करके एक घंटे किया जाए ताकि, दूसरे जिलों से आने वाले परीक्षार्थियों को असुविधा न हो