लखनऊः उत्तर प्रदेश सचिवालय में बायोमीट्रिक उपस्थिति के विरोध में सोमवार को आम सभा बुलाई गई। सचिवालय सेवा संगठन समन्वय समिति के आह्वान पर बड़ी संख्या में सचिवालय कर्मियों ने इसमें हिस्सा लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि शुक्रवार तक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। फिर उसके बाद अगले हफ्ते से नियम के अनुसार कार्य यानी सुबह 9:30 से शाम छह बजे तक ही कर्मी ड्यूटी देंगे। उसके बाद कार्यालय में वे नहीं रुकेंगे। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को समन्वय समिति इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपेगी।
- पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन !
- कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों की छुट्टी का कैलेंडर जारी, बसंत पंचमी का अवकाश खत्म, अनंत चतुर्दशी पर स्कूल बंद रहेगा, देखें सम्पूर्ण तालिका
- बेसिक शिक्षा परिषद अवकाश तालिका विश्लेषण
- परिषदीय विद्यालयों की अवकाश तालिका वर्ष 2025 देखें व करें डाउनलोड: Download Holidays List Basic Shiksha Parishad 2025
- तमिलनाडु की SLP पर सुप्रीम कोर्ट में डेट 7 जनवरी👇
सचिवालय सेवा संगठन समन्वय समिति के सचिव और उप्र सचिवालय संघ के अध्यक्ष अर्जुन देव भारती के मुताबिक बायोमीट्रिक उपस्थिति के विरोध में सोमवार से चार दिवसीय हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया गया है। सिर्फ सचिवालय सेवा के अधिकारियों व कर्मचारियों
सचिवालय कर्मी अगले हफ्ते से नहीं करेंगे अधिक कार्य
• आम सभा में सर्वसम्मति से हुआ निर्णय, विरोध हुआ तेज
पर ही बायोमीट्रिक उपस्थिति का नियम लागू किया गया है। दूसरे संवर्ग के अधिकारियों को इससे क्यों छूट दी गई? वहीं कई विभागों में कर्मचारियों को देर रात तक रोके जाने के कारण उन्हें इससे छूट देने के आदेश भी जारी किए गए हैं। ऐसे में समग्रता में यह आदेश एक समान रूप से सभी कर्मियों पर लागू नहीं हो रहा है। यह सचिवालय सेवा के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ अन्याय है। अगर सचिवालय प्रशासन विभाग अपनी हठधर्मिता पर कायम रहता है तो फिर इसके विरोध में आंदोलन और तेज किया जाएगा।