लखनऊ, । बच्चों के नाम काटने के स्कूल प्रशासन के नोटिस के डर से मंगलवार को बड़ी संख्या में अभिभावकों ने सिद्धांत वर्ल्ड पब्लिक स्कूल पहुंचकर पूरी फीस जमा की। कुछ ने आधी जमा कर बाकी के लिए समय मांगा। इससे पहले सोमवार को चिनहट स्थित स्कूल में फीस जमा न होने पर बच्चों को कक्षा से बाहर बैठाने से नाराज अभिभावकों ने हंगामा किया था। बीईओ की जांच रिपोर्ट में अभिभावकों की ओर से फीस न जमा करने पर बच्चों को कक्षा से बाहर बैठाए जाने की बात सामने आई है।

- शिकायतों पर प्रधान शिक्षक व दो सहायक शिक्षक निलंबित
- शिक्षिका से अश्लील बात करना पड़ा भारी, प्रभारी प्रधानाध्यापक निलंबित
- बजट में मानदेय वृद्धि की व्यवस्था न होने से शिक्षामित्रों में रोष
- पुलिस भर्ती : डीएम से हरी झंडी पाने वाले ईडब्ल्यूएस और ओबीसी अभ्यर्थी दे सकेंगे परीक्षा
- बेसिक में नियुक्त सभी शिक्षक साथियों के लिए महत्त्वपूर्ण एवं उपयोगी जानकारी
स्कूल के प्रिंसिपल सीएस पाल ने बताया कि 80 बच्चों की करीब 20 लाख रुपये फीस बकाया है। इसी फीस से स्कूल के शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को वेतन देने से लेकर अन्य तमाम खर्चे होते हैं। अभिभावकों से कई बार अपील की गई पर वे फीस
नहीं जमा कर रहे थे। इसीलिए बच्चों को कक्षा से बाहर बैठाया गया था। डीआईओएस और बीएसए के हस्ताक्षेप के बाद स्कूल ने बच्चों को कक्षा में बैठाया था। बीएसए राम प्रवेश ने मामले की जांच चिनहट के बीईओ राज नारायण कुशवाहा को सौंपी थी। उन्होंने जांच कर रिपोर्ट बीएसए कार्यालय को सौंप दी है।
अभिभावकों के लिए बने गाइडलाइन
अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि अभिभावकों को स्कूल में बच्चों के दाखिले के समय ही फीस बता दी जाती है। ऐसे में अभिभावक का कर्तव्य बनता है कि वो समय से फीस दे। यदि किसी अभिभावक को फीस जमा करने में कोई दिक्कत है तो वो स्कूल प्रबंधन से बात कर समस्या बताएं। एक दो माह का समय दिया जा सकता है लेकिन सात माह का समय देना संभव नहीं है।