
UP By Election 2024: चुनाव आयोग आज उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख का एलान हुआ। प्रदेश में 13 नवंबर को 10 सीटों पर मतदान होंगे।
यूपी उपचुनाव को लेकर आज चुनाव आयोग ने तारीख का एलान किया। उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। यूपी के साथ ही पंजाब उपचुनाव और महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा की चुनावी तारीखों का भी एलान किया गया।
इन सीटों पर होने हैं उपचुनाव
यूपी में 10 विधानसभा सीटों करहल (मैनपुरी), सीसामऊ (कानपुर), मिल्कीपुर (अयोध्या), कटेहरी (अंबेडकरनगर), कुंदरकी (मुरादाबाद), खैर (अलीगढ़), गाजियाबाद, फूलपुर (प्रयागराज), मझवा (मिर्जापुर) और मीरापुर (मुजफ्फरनगर) पर उपचुनाव होने हैं। सीसामऊ सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने से रिक्त हुई है जबकि 9 विधायक, लोकसभा सदस्य बन चुके हैं।
- अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए मुख्य डाक्यूमेंट्स
- आज से पिछले 4 सत्र के छुटे हुए ITR निम्न पेनल्टी के साथ भरे जा सकते हैं इनकम 3 लाख से 5 लाख तक होने पर पेनल्टी मात्र ₹1000 लगेगी अब से लेकर पिछले AY 2021-22 तक का ITR भी भर सकते हैं।
- अल्पसंख्यक विद्यालयों में RTE एक्ट का प्रभाव एवं पदोन्नति में टीईटी की अनिवार्यता मामले की सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई दिनांक 03/04/2025 को
- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा आयोजित 58वाँ प्रान्तीय सम्मेलन के अवसर पर विशेष अवकाश स्वीकृत करने के संबंध में।
- सभी भर्तियों को मौका इसके साथ ही जो लोग सेवा काल को लेकर चिंतित थे, उनकी चिंता भी स्वतः ही समाप्त हो जाती है।
भाजपा नौ सीटों पर उतारेगी अपने प्रत्याशी
यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव के लिए भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने 9 सीटों पर खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया है । साथ ही इन सीटों के लिए नौ प्रत्याशियों के नाम को भी फाइनल कर दिया है। यह भी तय किया गया है कि उप चुनाव नए चेहरों को ही अधिक मौका दिया जाएगा। हालांकि इन प्रत्याशियों के नाम की घोषणा उप चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद की जाएगी। दिल्ली में रविवार को बैठक हुई, जिसमें मीरापुर सीट को रालोद को देने पर सहमति बनी है। यह 2022 में भी रालोद यहां से जीती थी। जबकि नौ सीटों पर भाजपा अपने सिंबल पर चुनाव लड़ाएगा।
उपचुनाव के लिए सपा ने चला पीडीए दांव, कांग्रेस ने नहीं की कोई बात
उपचुनाव के लिए सपा द्वारा घोषित किए गए उम्मीदवारों में पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग से हैं। सपा ने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही नारा भी दिया था – होगा पीडीए के नाम, एकजुट मतदान। हालांकि, सपा ने सियासी परिवारों से ही पत्नी, बेटे-बेटियों या भाई को मौका दिया है। वहीं, यूपी में अपने सहयोगी दल कांग्रेस से कोई बात नहीं की है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं सपा बची हुई सीटों पर कांग्रेस को मौका दे सकती है।