लखनऊ। प्रदेश के 394 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन 29 अक्तूबर को कर दिया गया। चुनाव आयोग ने इन पर दावे और आपत्तियां 28 नवंबर तक मांगी हैं। इसके साथ ही मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम से जुड़े जिला निर्वाचन अधिकारियों समेत सभी अधिकारियों के स्थानांतरण पर 6 जनवरी तक रोक लग गई है। जहां इनका तबादला करना आवश्यक होगा, वहां आयोग से अनुमति लेनी होगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने लोगों से मतदाता सूची में अपने नाम की जांच जरूर कर लेने की अपील की है। साथ ही कहा कि आयोग उपचुनाव वाली 9 सीटों की मतदाता सूचियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्यक्रम बाद में घोषित करेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मीरापुर, कुन्दरकी, गाजियाबाद, रौर, करहल, सीसामऊ, फूलपुर, टेहरी और मझवां में उप चुनाव
- 2567 पदों के सापेक्ष 8337 मुख्य अभ्यर्थी डीवी के लिए शार्टलिस्ट हुए
- UP Election Result: उत्तर प्रदेश उपचुनाव नतीजे
- NAT EXAM 2024 : नेट 2024 में कितने प्रश्न सही पर ग्रेड, देखें
- NAT 2024 हेतु प्रशिक्षण एवं अभिमुखीकरण
- Primary ka master: कोहरे के कारण हुए हादसे में शिक्षक की मौत, बाइक से जा रहे थे स्कूल, सामने से आए वाहन ने कुचला
घोषणा हो जाने के कारण 1 जनवरी 2025 के आधार पर होने वाले विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को अगले आदेशों तक स्थगित किया गया है। सीईओ ने बताया कि इस संक्षिप्त
पुनरीक्षण की अवधि में चार विशेष अभियान की तिथिर्या 9 नवंबर, 10 नवंबर, 23 नवंबर और 24 नवंबर निर्धारित की गई हैं। संक्षिप्त पुनरीक्षण अवधि में प्राप्त दावे और आपत्तियों का निस्तारण 24 दिसंबर तक करते हुए नामावलियों का अंतिम प्रकाशन 6 जनवरी को किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सभी विधानसभा क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियां मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट ceout- tarpradesh.nic.in पर उपलब्ध होंगी। मतदाता सूची 29
अक्तूबर से 28 नवंबर तक सभी मतदान केंद्रों पर भी देखने के लिए उपलब्ध रहेंगी।