शिक्षक परिवार की अंत्येष्टि में शामिल हुए जनप्रतिनिधि
रायबरेली। शिक्षक परिवार के अंतिम संस्कार में जन प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य शिक्षक परिवार के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। वह गंगा घाट तक गए और परिवार को सांत्वना दी। बाद में सपा का प्रतिनिधिमंडल भी गांव पहुंचा और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। राजनीतिक दलों के नेताओं ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
अंतिम संस्कार में शामिल हुए बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि कानून का इकबाल खत्म हो गया है। पुलिस की लापरवाही के चलते एक दलित का पूरा परिवार खत्म हो गया है। अगर पूर्व की घटनाओं पर पुलिस सख्त कार्यवाही करती तो पूरा परिवार जीवित होता। सरकार पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद करे और आरोपी को सख्त सजा दिलाए। उनके साथ पूर्व एमएलसी डॉ विजय प्रताप सिंह, पूर्व एमएलसी अतवर राव, जिला प्रभारी बाल कुमार गौतम रहे। राष्ट्रीय शोषित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि पुलिस की लापरवाही से पूरा परिवार समाप्त हो गया।
सपा का प्रतनिधिमंडल सुदामापुर पहुंचा
अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल भी सुदामापुर गांव में मृतक के परिजनों से मुलाकात की। घटना पर दुख जताते हुए सांसद ने कहा कि पुलिस की लापरवाही के चलते यह घटना हुई है। समय रहते कार्रवाई होती तो किसी की जान न जाती। प्रदेश अध्यक्ष पाल ने कहा मृतक के भाई के इंतजार में शुक्रवार को अंतिम संस्कार रोक दिया था। दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिता अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए। उनके साथ जिलाध्यक्ष इंजीनियर बीरेंद्र यादव, एमएलएसी डा. मान सिंह, विधायक श्यामसुंदर भारती, विधायक राहुल लोधी मौजूद रहे।
चार अर्थियां देख रो पड़ा पूरा गांव
रायबरेली,। गदागंज थाना क्षेत्र के सुदामापुर गांव में शिक्षक, उनकी पत्नी और दो बेटियों के एक साथ अर्थी उठीं तो पूरा गांव रो-पड़ा। 16 कंधों पर रखी चार-चार अर्थी का बोझ शनिवार को ग्रामीण नहीं उठा पा रहे थे। हर किसी सख्स की आंख से आंसू बह रहे थे। क्षेत्र के गोला घाट पर चार शवों को अंतिम संस्कार किया गया।
क्षेत्र के सुदामापुर गांव के रहने वाले शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती और उनकी दो बेटी सृष्टि और लाडो की बीते गुरुवार गोली मारकर हत्या कर हत्या कर दी गई थी। अमेठी जिले में पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद शुक्रवार की सुबह एक साथ एम्बुलेंस से चारों शव गांव पहुंचे तो परिवार में कोहराम मच गया। मृतक शिक्षक का भाई सोनू मुंबई में परिवार के साथ रहता है। परिवार वालों ने कहा कि उसके आने के बाद ही अंत्येष्टि की जाएगी। शनिवार को शिक्षक का बड़ा भाई सोनू परिवार के साथ गांव पहुंचा तो फिर माहौल गमगीन हो गया।
माता-पिता बदहवास
पोस्टमार्टम के 22 घंटे बाद सुदामापुर गांव में अंत्येष्टि के लिए चार अर्थी एक साथ उठी तो कोहराम मच गया। माता-पिता रो रो कर बदहवास हो गए। मौजूद हर शख्स रो पड़ा और अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पहुंच गए। गांव के 16 लोगों पर इन चार अर्थियों का बोझ था, लेकिन वह भी नहीं उठ पा रहे थे। दुख की इस घड़ी में कंधे पर अर्थियां रखे हुए ग्रामीणों के पैर डगमगा रहे थे। शिक्षक परिवार के अंतिम संस्कार में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे। नम आंखों से शिक्षक परिवार को अंतिम विदाई दी गई।
एक ही चिता पर दी गई पति-पत्नी को मुखाग्नि
गदागंज। सुदामापुर निवासी मृतक शिक्षक सुनील कुमार, पत्नी बच्चों व को गंगा घाट गोला पर अंतिम संस्कार किया गया। पति-पत्नी का दाह संस्कार और बच्चियों का दफनाया गया। पति-पत्नी को एक ही चिता में रखकर बड़े भाई सोनू ने मुखाग्नि दी। एक साथ चार शवों की अंत्येष्टि से गंगा घाट का माहौल गमगीन रहा। चिता पर पति सुनील कुमार के साथ लाल जोड़े में लिटाई गई पूनम को देखकर एक मौजूद लोगों के फिर से आंसू छलक पड़े। अंतिम संस्कार में आसपास व गांव के ग्रामीण शामिल हुए।
फ्रीजर में रखे गए थे शव
शुक्रवार को अंतिम संस्कार न होने पर देर शाम पहुंचे सांसद किशोरी लाल शर्मा ने शवों के लिए चिलर की व्यवस्था कराई। उन्होंने परिवार वालों से बात करने के बाद रायबरेली शहर से रोटरी क्लब से दो, गुरुद्वारा से एक और एक लालगंज से चिलर मंगवाया। जिसके बाद चारों शवों को चिलर में रखा गया।