प्रयागराज/लखनऊ, । जिला विद्यालय निरीक्षक या अन्य राजकीय कार्यालयों से संबद्ध और मूल विद्यालय से नियमित वेतन लेने वाले प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों का संबद्धीकरण समाप्त होगा।
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अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने सभी जिला विद्यलय निरीक्षकों और वित्त एवं लेखाधिकारियों को निर्देशित किया है कि संबद्धीकरण तत्काल निरस्त कर संबंधित शिक्षकों को अपने मूल विद्यालय में योगदान दिलवाना सुनिश्चित करें। लिखा है कि प्रदेश के विभिन्न शिक्षक संघों की ओर से शिक्षा निदेशालय को शिकायत मिली है एडेड शिक्षकों को उनके मूल पदस्थित विद्यालय की बजाए दूसरे कार्यालयों से संबद्ध करना पूरी तरह अनियमित है। इस संबंध में किसी प्रकार का कोई शासनादेश नहीं है। संबंधित शिक्षक को उनके मूल विद्यालय से अन्यत्र कार्यालयों में सम्बद्ध किए जाने पर मूल विद्यालय के शिक्षण संबंधी गतिविधियों एवं अन्य विकास कार्यों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।