बरेली। जिले के परिषदीय विद्यालयों से छह वर्षों से गैरहाजिर चल रहे पांच शिक्षकों की बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ने सेवा समाप्त कर दी। इन सभी को नोटिस दिया गया, लेकिन चार ने कोई जवाब ही नहीं दिया और न ही जांच समिति के समक्ष प्रस्तुत हुए। विद्यार्थियों को उनके मौलिक अधिकार (शिक्षा) से वंचित करने के लिए शिक्षकों पर कार्रवाई की गई।
बीएसए संजय कुमार सिंह के अनुसार विकास क्षेत्र फतेहगंज पश्चिमी के प्राथमिक विद्यालय अधकटा ब्रह्मनान के सहायक अध्यापक अमित कुमार 28 अक्तूबर 2020 से लगातार अनधिकृत रूप से गैरहाजिर हैं। नोटिस का स्पष्टीकरण भी नहीं दिया। इस वर्ष नौ मई को जांच के लिए अनुशासनिक जांच के लिए त्रिस्तरीय समिति गठित की गई। शिक्षक ने अपना पक्ष नहीं रखा। शासकीय सेवाओं के प्रति लापरवाही बरतने पर सेवाएं समाप्त की गईं। वहीं, विकास क्षेत्र फरीदपुर के प्राथमिक विद्यालय बरगवां के सहायक अध्यापक अशोक कुमार 20 मई 2019 से अनुपस्थित हैं। नोटिस का जवाब नहीं देने पर विभाग ने जांच समिति गठित की। शिक्षक अपना पक्ष रखने नहीं पहुंचे। ऐसे में उनकी सेवा समाप्त कर दी गई।
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विकास क्षेत्र बहेड़ी के उच्च प्राथमिक विद्यालय इटौआ धुरा की सहायक अध्यापिका करिश्मा गुप्ता एक जुलाई 2020 से गैरहाजिर हैं। नोटिस व घर के पते पर पत्र भेजने के बाद भी शिक्षिका ने कोई जवाब नहीं दिया। तमाम प्रक्रिया पूरी करने के बाद सेवा समाप्त कर दी गई। विकास क्षेत्र फतेहगंज पश्चिमी के प्राथमिक विद्यालय लालपुर की सहायक अध्यापिका मधु शर्मा 24 मार्च 2019 से विद्यालय नहीं गईं। शिक्षक आचरण के विपरित कार्य करने पर उनकी सेवाएं अनुपस्थिति की तिथि से समाप्त कर दी गईं। इसके अतिरिक्त विकास क्षेत्र भुता के प्राथमिक विद्यालय खानपुर की सहायक अध्यापिका शिवांगी तीन फरवरी 2020 से लगातार गैर हाजिर हैं। नोटिस का जवाब देने और जांच समिति के समक्ष प्रस्तुत होने का पर्याप्त अवसर दिया गया। इसमें शिक्षिका का उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया। शासकीय सेवा शर्तों का उल्लंंघन करने पर शिक्षिका की सेवा समाप्त कर दी गई है।