फर्रुखाबाद। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने पिछले छह महीनों में जारी किए गए नोटिसों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। विभिन्न जिलों से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद, मंत्री ने शिक्षकों को भेजे गए नोटिस और उनसे की जा रही उगाही पर कड़ा संज्ञान लिया है। वह सभी बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) को निर्देशित करेंगे कि पिछले 6 महीने में जारी हुए सभी नोटिसों का रिकॉर्ड तलब किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि कई शिकायतें सामने आई हैं कि नोटिस जारी करके

- 20 मई से 15 जून तक बंद रहेगे परिषदीय विद्यालय
- हर महीने मिड-डे-मील के नमूनों की होगी जांच
- गर्मी की छुट्टियों में बच्चे बनेंगे राम-लक्ष्मण, रामायण से सीखेंगे भारतीय संस्कृति के तत्व
- यूपी में 18 मई तक जबरदस्त गर्मी, दिन झुलसाएंगे, रात भी तपेगी
- पी०एम० पोषण (मध्यान्ह भोजन) योजनान्तर्गत छात्रों को सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रिशन के अन्तर्गत माह-मार्च, 2025 में उपलब्ध करायी गयी धनराशि के सापेक्ष उपभोग की सूचना निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।
अध्यापकों से उगाही की जाती है, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बीएसए को चेतावनी दी है कि सभी नोटिसों का रिकार्ड पारदर्शिता से प्रस्तुत किया जाए और इस तरह की गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाई जाए। शिक्षकों द्वारा की गई शिकायतों के अनुसार, कई बार बिना किसी ठोस कारण के उन्हें नोटिस भेजे जाते हैं और बाद में उनसे आर्थिक उगाही की जाती है। इस संबंध में मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि शिक्षा विभाग में इस तरह की अनियमितताओं को
किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मंत्री संदीप सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी इस तरह के कृत्यों में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, सभी बीएसए के रिकॉर्ड्स की जांच की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
अध्यापकों ने मंत्री के इस सख्त कदम का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे विभाग में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। 24.10.24