अमेठी, । अगले दो महीने में परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर परखने के लिए दो कड़े इम्तिहान होने जा रहे हैं। नवंबर महीने में स्कूलों में निपुण एसेसमेंट टेस्ट होगा। जबकि इसके बाद नेशनल अचीवमेंट सर्वे भी होने की बात कही जा रही है। इसको लेकर विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सभी स्कूलों में बच्चों को इन दोनों परीक्षाओं के लिए तैयार किया जा रहा है। निपुण एसेसमेंट टेस्ट के लिए 18 व 19 नवंबर की तिथि निर्धारित की गई है।
यह परीक्षा ओएमआर शीट पर देनी होगी। परीक्षा के लिए खंड शिक्षा अधिकारी और प्रधानाध्यापकों के मध्य बैठक आयोजित की गई है। पिछले वर्ष खराब प्रदर्शन करने वाले विद्यालय और बच्चों पर विशेष फोकस करने को कहा गया है। पिछले वर्ष लगभग 30 हजार बच्चे ऐसे थे, जो औसत रूप से अच्छा परिणाम नहीं ला सके थे।
- 8वीं आर्थिक गणना 2025-26 के कार्य को ससमय व सुचारू रूप से सम्पादित करने हेतु ‘‘जिला स्तरीय समन्वय समिति’’ का गठन सम्बन्धी, जनपद-सीतापुर
- अर्हता तिथि 01.01.2025 के आधार पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त कार्यक्रम के अन्तर्गत अंतिम प्रकाशन दिनांक 06.01.2025 के स्थान पर अब दिनांक 07.01.2025 को किए जाने के संबंध में।
- ज्ञापन : अत्यधिक ठण्ढ़क के कारण जनपद के कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालयों सहित कक्षा 1 से 08 तक की शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित किये जाने के सम्बन्ध में।
- अंतर्जनपदीय स्थानांतरण शिक्षकों के डी ए अंतर 46%-53% व बोनस 2023-24 के भुगतान के सम्बन्ध में I
- विभिन्न राष्ट्रीय समाचार पत्रों में प्रकाशित ‘कतिपय जनपदों के स्कूलों में छात्रों के यूनिफॉर्म से संबंधित समस्या’ तथा ठिठुर रहे बच्चे, नहीं मिल रहा ड्रेस का पैसा’ के सम्बन्ध में।
इस बार इन्हें चिन्हित करके इन पर विशेष फोकस किया जा रहा है। परीक्षा के संबंध में बच्चों को ओएमआर भरने के तरीके भी बताए जा रहे हैं। इस परीक्षा में 1570 विद्यालयों के 147000 बच्चे हिस्सा लेंगे। दूसरी ओर नेशनल अचीवमेंट सर्वे भी इस वर्ष आयोजित किया जा रहा है। केंद्र सरकार की ओर से यह सर्वे पिछली बार 2021 में कराया गया था। इस बार इस सर्वे के लिए चुनिंदा स्कूलों को ही लक्ष्य बनाया जाएगा।
वहां पर सर्वे कर इसके आधार पर जिले की रैंक निर्धारित की जाएगी। इस संबंध में बीएसए संजय तिवारी ने बताया कि निपुण एसेसमेंट टेस्ट और नेशनल अचीवमेंट सर्वे के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। सभी विद्यालयों में इसको लेकर बच्चों को तैयार किया जा रहा है।