प्रयागराज, प्रदेश | सरकार अगले शैक्षणिक सत्र 2025- 26 से 71 नए राजकीय महाविद्यालयों का संचालन शुरू करने जा रही है। खास बात यह है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप इन महाविद्यालयों में विज्ञान, वाणिज्य और कला तीनों वर्ग की पढ़ाई कराई जाएगी।
- NAT EXAM : कैसे होगा NAT टेस्ट से ग्रेड का निर्धारण, जानिए
- 11वीं व 12वीं कक्षा में छात्रों को मिले तीन कौशल पाठ्यक्रम का विकल्प
- नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में सीनियरों ने जूनियर को पीटा
- JOB : कस्तूरबा विद्यालयों में नौकरी के लिए विज्ञप्ति जारी
- वेतन निर्धारण में गलती करने वालों को जवाबदेह बनाना चाहिए : हाईकोर्ट
वैसे तो पूर्व से संचालित कई राजकीय महाविद्यालयों में एक या दो वर्ग ही हैं, लेकिन एनईपी 2020 में अंतर विषयी अध्ययन को बढ़ावा देने की बात की गई है। विज्ञान का विद्यार्थी यदि संस्कृत की पढ़ाई करना चाहे तो उसे इनकार नहीं किया जा सकता। इसी बात को ध्यान में रखते हुए तीनों वर्ग के संचालन की तैयारी की जा रही है।
प्रदेश सरकार इनके संचालन का जिम्मा स्वयं उठाएगी। प्रयागराज में एक राजकीय महिला महाविद्यालय परासिनपुर सिकंदरा फूलपुर और दूसरा मेजा में बन रहा है। कौशाम्बी के सिराथू में एक राजकीय महाविद्यालय निर्माणाधीन है। आगरा व झांसी में नौ- नौ, लखनऊ में 12, बरेली में 13, मेरठ में 10 महाविद्यालय बन रहे हैं।
1562 पदों पर होगी सीधी भर्ती
71 कॉलेजों में सीधी भर्ती के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के 1065 पद सृजित होंगे। कला संकाय के लिए सात, विज्ञान संकाय पांच, वाणिज्य संकाय दो और प्रवक्ता लाइब्रेरी के एक पद की सीधी भर्ती का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा प्रत्येक महाविद्यालय में प्रयोगशाला सहायक के पांच-पांच कुल 355 पदों और कनिष्ठ सहायक के दो-दो कुल 142 पदों पर सीधी भर्ती होगी। प्रयोगशाला परिचर के पांच-पांच और कार्यालय परिचर, अर्दली, पुस्तकालय परिचर, स्वीपर व चौकीदार पांच-पांच कुल 710 पदों पर आउटसोर्सिंग से भर्ती की जाएगी।
९९ मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत 71 राजकीय महाविद्यालयों में पद सृजन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इन महाविद्यालयों में विज्ञान, वाणिज्य और कला तीनों वर्ग की पढ़ाई होगी।
– डॉ. अमित भारद्वाज, निदेशक उच्च शिक्षा