रामपुर, जिले के परिषदीय स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। इसका ही परिणाम है कि जिले की सीएम डैशबोर्ड रैंकिग में गिरावट आई है। अब ऐसे में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 527 स्कूलों को नोटिस जारी किए है। नोटिस जारी कर सभी
से स्पष्टीकरण मांगा गया है। बच्चों की 70 फीसदी से कम उपस्थिति रहीं। जिले में इस समय 1596 परिषदीय स्कूल संचालित हैं।
- हादसों में शिक्षिका समेत चार की मौत
- मोबाइल के इस्तेमाल से बच्चों की भी आंखें बूढ़ी होती जा रहीं
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- एक विद्यालय भवन में सात स्कूल संचालित, बैठने को भी जगह नहीं
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विभागीय अधिकारियों के अनुसार शासन का निर्देश है कि स्कूल में बच्चों की उपस्थिति 70 फीसदी अनिवार्य है। इसका समय-समय पर आंकलन और समीक्षा की जाती है। पिछले कुछ दिनों से बच्चों की उपस्थिति को लेकर शिक्षकों की लगातार शिकायत मिल रही थी। इस पर जब बच्चों की स्कूलवार उपस्थिति का आंकलन किया गया तो 527 स्कूल ऐसे सामने आए, जिनमें बच्चों की उपस्थिति 70 फीसदी से कम पाई गई। स्कूलों में कम उपस्थिति के कारण ही सितंबर माह की मुख्यमंत्री डैशबोर्ड रिपोर्ट में जनपद की रैकिंग सी श्रेणी की आई। जिसको लेकर नाराजगी व्यक्त की गई। अब बेसिक शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने 527 स्कूलों नोटिस जारी किए है।
अक्तूबर में सुधार न होने पर रूकेगा वेतन
रामपुर। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी को नोटिस जारी कर कहा है कि अगर अक्तूबर में विद्यालय में नामांकन के सापेक्ष शत-प्रतिशत उपस्थिति का प्रयास नहीं किया गया और विद्यालय की श्रेणी सी आती है तो अक्तूबर माह के वेतन पर रोक लगा दी जाएगी।