लखनऊ, । महिलाओं और लड़कियों को बैड टच से बचाने के लिए राज्य महिला आयोग ने बड़ा निर्णय लिया है। आयोग ने कहा है कि सिलाई के दौरान महिलाओं के कपड़ों की नाप सिर्फ महिला दर्जी द्वारा ही लिया जाए। महिला जिम और योग सेंटरों में भी महिला प्रशिक्षकों की तैनाती हो। जिम और ट्रेनर का सत्यापन भी कराया जाए। वहां चालू हालत में सीसीटीवी कैमरे भी हों। कोचिंग सेंटरों में सीसीटीवी कैमरों की अनिवार्यता हो। आयोग की अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान ने सरकार से इन फैसलों का अनुपालन सुनिश्चित कराने को मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है। आयोग ने कहा है कि महिला जिम और योग सेंटरों में प्रवेश के समय आधार कार्ड या निर्वाचन कार्ड जैसे पहचान पत्र से सत्यापन कर उसकी छायाप्रति सुरक्षित रखी जाए।
स्कूल बसों में महिला सुरक्षाकर्मी अथवा महिला टीचर की मौजूदगी अनिवार्य की जाए। जिलों की सभी शिक्षण संस्थाओं का सत्यापन कराया जाए। नाट्य कला केंद्रों में भी लड़कियों या महिलाओं को डांस सिखाने के लिए महिला डांस टीचर रखी जाएं।
छेड़छाड़ रुकेगी, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बबिता
इस संबंध में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान का कहना है कि अक्सर टेलर के यहां नाप लेने के नाम पर, जिम में एक्सरसाइज कराने या डांस सिखाते वक्त लड़कियों और महिलाओं के साथ बैड टच की घटनाएं सामने आती हैं। उनका कहना है कि हमें पुरुष दर्जी होने से कोई एतराज नहीं है, मगर महिलाओं की नाप औरतें ही लें। इससे न सिर्फ छेड़छाड़ की घटनाओं को रोका जा सकेगा, बल्कि महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि फैसलों को पूरी तरह लागू कराने में थोड़ा समय लग सकता है। मगर सुरक्षा को लेकर गंभीर है।