गोंडा। परिषदीय स्कूलाें में नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन आदेश नहीं जारी हो सका। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनय तिवारी ने कहा कि बीएसए ने आश्वासन दिया था और जिलाधिकारी ने भी निर्देश दिया था। इसके बाद भी वेतन आदेश जारी नहीं हो सका है।

जिला मंत्री उमाशंकर सिंह ने बताया कि जिला क्रीड़ा समिति की बैठक में भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से चर्चा हुई थी। उन्होंने सत्यापन आ चुके 100 शिक्षकों के वेतन आदेश जारी कराए जाने का भरोसा दिया था। इसके बाद भी 25 अक्तूबर तक सूची जारी नहीं हुई। शासन की मंशा थी कि 30 अक्तूबर तक सभी शिक्षकों का वेतन एक साथ भुगतान हो जाए। जिलाध्यक्ष ने कहाकि विभाग की लापरवाही से 100 शिक्षकों को दीपावली पर मायूसी मिली है। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण के बारे में शिक्षक एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह को जानकारी दी गई है। जिससे वह मुख्यमंत्री तक मामले को पहुुंचाएंगे।
- वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थियों के विषयों एवं जेण्डर कोड की त्रुटियों के निवारण के संबंध में।
- पुरानी पेंशन लागू की जाने के संबंध में
- UP BOARD: बोर्ड परीक्षा ड्यूटी पारिश्रमिक, जानिए प्रति ड्यूटी कितना मिलेगा रुपया
- गिरफ्तार ड्राइवर सस्पेंड व मौके से फरार आरोपी बीईओ मेडिकल लीव पर
- BEO को मिला अतिरिक्त ब्लॉक का प्रभार
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि सत्यापन न होने से सौ शिक्षकों की वेतन प्रक्रिया बाधित हुई है। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ की शिकायत पर बेसिक शिक्षा अधिकारी से जवाब तलब किया गया है। उन्होंने बताया कि 50 लोगों का सत्यापन हो रहा है। इन सभी का तत्काल वेतन निर्गत करने का आदेश दिया गया है। कहां हीलाहवाली हुई इसकी जांच भी कराई जाएगी। बीएस अतुल तिवारी ने बताया कि प्रयास किया जा रहा है। जरूरी प्रक्रिया तय अवधि में पूर्ण की जाएगी।