गोण्डा : मनकापुर स्थित एक प्राइमरी स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक को महिला शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार और अश्लील बातचीत करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। महिला शिक्षकों ने आरोपित प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन और उत्तर प्रदेश महिला आयोग से शिकायत की थी।

- फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे शिक्षकों की अब खैर नहीं, सरकार चलाएगी अभियान
- यू-डायस प्लस पोर्टल पर सत्र 2024-25 में नामांकित बच्चे जो ड्राप बाक्स में कक्षा 05 में प्रदर्शित हैं, को अध्यापकों द्वारा बिना जानकारी प्राप्त किये ही इनएक्टिव कर दिये जाने के सम्बन्ध में।
- बिहार STET अंकपत्र पुनः वितरण संबंधी आदेश जारी
- शैक्षिक सत्र 2025-26 में उच्च प्राथमिक विद्यालयों, कम्पोजिट विद्यालयों तथा के०जी०बी०वी० में मीना मंच के पुनर्गठन तथा साप्ताहिक गतिविधियों एवं प्रमुख दिवसों के आयोजन हेतु कैलेण्डर जारी किये जाने के सम्बन्ध में।
- BPSC Teacher मकान किराया भत्ता अपडेट करने के संबंध में
महिला शिक्षकों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक रात में फोन पर बात करने का दबाव डालते थे और मना करने पर धमकी देते थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कार्यालय में बुलाकर वे गलत इशारे करते थे, अश्लील भाषा का प्रयोग करते थे और जबरदस्ती छूने की कोशिश करते थे।
शिक्षिकाओं ने बताया कि आरोपी प्रधानाध्यापक उनसे कहते थे, “बच्चों को पढ़ाने की जरूरत नहीं,महिला शिक्षकों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक रात में फोन पर बात करने का दबाव डालते थे और मना करने पर धमकी देते थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कार्यालय में बुलाकर वे गलत इशारे करते थे, अश्लील भाषा का प्रयोग करते थे और जबरदस्ती छूने की कोशिश करते थे।
शिक्षिकाओं ने बताया कि आरोपी प्रधानाध्यापक उनसे कहते थे, “बच्चों को पढ़ाने की जरूरत नहीं,शासन के इस सख्त कदम से महिला शिक्षकों ने राहत की सांस ली है। मामले की जांच के बाद दोषी पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।