कानपुर के बिरहाना रोड स्थित एक निजी स्कूल की शिक्षिका ने नर्सरी में पढ़ने वाले चार साल के मासूम के बेरहमी से बाल नोचकर पीट दिया। सहमा मासूम जब घर पहुंचा और उसने खाना नहीं खाया, इस पर परिजनों का माथा ठनका।
मां के पूछने पर पिटाई की बात पता चली। इस पर परिजन बिराहाना रोड स्थित स्कूल पहुंचे और क्लास में लगे सीसीटीवी कैमरे में 49 सेकंड के अंदर टीचर द्वारा बच्चे के दो बार बेरहमी से बाल नोच-नोचकर झंझोड़ने और एक के बाद एक पांच थप्पड़ जड़े। यह वीडियो देख परिजन आपा खो बैठे।
हंगामा करते हुए उन्होंने फीलखाना पुलिस से शिकायत कर दी। पुलिस के पहुंचने पर भी परिजनों और स्कूल प्रबंधन के बीच नोकझोंक हुई। हालांकि स्कूल प्रबंधन के माफी मांगने व टीचर को नौकरी से हटाने के आश्वासन के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
नर्सरी में पढ़ता है चार साल का बेटा
मामला बिरहाना रोड स्थित लॉफ्टी वेल किड्स प्री स्कूल का है। फूलबाग स्थित खेरेपति मंदिर के पास रहने वाले दीपक तुलस्यानी सागर मार्केट में मोबाइल रिपेयरिंग का काम करते हैं। उनका चार साल का बेटा स्कूल में नर्सरी में पढ़ता है।
एबीसीडी न लिख पाने की वजह से शिक्षिका ने पीटा
सोमवार को बेटा स्कूल से घर लौटा तो वह काफी डरा हुआ था। वह खाना भी नहीं खा रहा था। काफी पूछने पर उसने मां शिखा को बताया कि शिक्षिका रितिका सक्सेना बच्चों को कॉपी पर एबीसीडी लिखा रही थी। एबीसीडी न लिख पाने की वजह से शिक्षिका ने उसे कई बार बाल पकड़कर पीट दिया।
बेटे की पिटाई की खबर पाकर वह पत्नी व परिवार के अन्य लोगों के साथ स्कूल पहुंचे। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे, तो बेटे की बात सही निकली। भड़के परिजनों की पुलिस के सामने स्कूल प्रबंधन से नोकझोंक भी हुई।
दीपक के मुताबिक, उन्होंने शिक्षिका व स्कूल प्रबंधन के खिलाफ फीलखाना थाने में तहरीर दी। हालांकि स्कूल प्रबंधन के शिक्षिका को नौकरी से हटाने व घटना पर माफी मांग ली जिसके बाद उन्होंने तहरीर वापस ले ली। थाना प्रभारी फीलखाना ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।