लखनऊ। प्राइमरी स्कूलों के 80 फीसदी बच्चों को मार्च 2025 तक निपुण बनाने का लक्ष्य दिया गया है। जिन स्कूलों के इतने छात्र गणित और भाषा में दक्ष होंगे, उन्हें निपुण स्कूल घोषित किया जाएगा। डीएलएड प्रशिक्षु स्कूलों में जाकर प्रक्रिया का आकलन करेंगे। स्कूल महानिदेशक कंचन वर्मा ने ऑनलाइन गोष्ठी में बीएसए, डायट के मेंटर, बीईओ, प्रधानाध्यापकों समेत अन्य को लक्ष्य हासिल करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
स्कूल महानिदेशक ने सभी ब्लॉक के 80 फीसदी स्कूल और हर स्कूल के इतने ही छात्रों को निपुण बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। मार्च तक इस लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
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महानिदेशक ने बच्चों की उपस्थिति 60 फीसदी से 75 से 80 प्रतिशत तक करने का निर्देश दिया है। शिक्षकों को भाषा व गणित में कमजोर छात्रों की पहचान कर उन पर विशेष ध्यान देने को कहा है। एकेडमिक रिसोर्स पर्सन व शिक्षक संकुल को आवंटित विद्यालयों को विशेष रूप से विकसित करना होगा।