शाहजहांपुर। परिषदीय प्राथमिक, उच्चप्राथमिक और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में हमारे शिक्षक फोटो फ्रेम लगाने से कतरा रहे हैं। बार-बार पत्र लिखने के बावजूद जिलों से इसकी ढंग से जानकारी नहीं दी जा रही है। निरीक्षण के दौरान अधिकारी विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के बारे में जानकारी आसानी से ले सकें, इसलिए इसे लगवाया जा रहा है। खासकर निरीक्षण के समय कौन उपस्थित या अनुपस्थित है, इसकी जानकारी मिल जाएगी। अब स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से इन सभी विद्यालयों से हमारे शिक्षक फोटो फ्रेम लगाने के बारे में जानकारी मांगी गई है।
- Primary ka master: गुरुनानक जयन्ती/कार्तिक पूर्णिमा: 15 नवम्बर 2024 को परिषदीय विद्यालयों में रहेगा अवकाश
- बाल-मेला कार्यक्रम की मिनट टू मिनट रूपरेखा (10:00 से 1:00)👇
- गैर वेतन के भुगतान के सम्बन्ध में
- पी०एम० पोषण (मध्यान्ह भोजन) योजना में कार्यरत रसोइयों का प्रशिक्षण कराये जाने के सम्बन्ध में।
- शैक्षिक प्रशासन में नवाचार कार्यक्रमों के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए नामांकन के सम्बन्ध में।
प्रति शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक 150-150 रुपये की धनराशि हर विद्यालय को भेजी गई थी। यह धनराशि बीते मार्च महीने में ही भेज दिया था, और 20 मार्च तक इन्हें विद्यालयों में प्रदर्शित किया जाना था। शिक्षक की फोटो सहित नाम, शैक्षिक योग्यता, उपलब्धि, विद्यालय में तैनाती की तारीख, आवंटित विषय, मोबाइल नंबर व आवंटित विषय इत्यादि की जानकारी दी जानी है। जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी से इसके बारे में ब्योरा मांगा गया है। धन भेजे जाने के सात महीने बीतने के बावजूद शिक्षक फोटो फ्रेम लगाने वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।