मथुरा। जिले के 400 से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्र संख्या 50 से कम है। ऐसे विद्यालयों को पास के विद्यालय में विलय करने की बेसिक शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है।

- गुरुजी की मंशा पर फिरा पानी, शराब दुकान का आवंटन निरस्त
- नशे में युवक ने जिटौला के स्कूल में मचाया उत्पात, वीडियो हुआ वायरल
- प्रधानाध्यापक/इं.प्रधानाध्यापक के सहयोग एवं स्वच्छता व्यवस्था के संबंध में प्रार्थना पत्र
- TLM Fund Releases for UPS : समग्र शिक्षा के अन्तर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालयों (कक्षा 6 से 8) में शिक्षण अधिगम सामग्री (टी०एल०एम०) के निर्माण हेतु बजट एवं निर्देश प्रेषण के सम्बन्ध में।
- Teacher diary: दिनांक 18 मार्च , 2025 कक्षा- 01, 02, 03, 04, 05 की भरी हुई शिक्षक डायरी , देखें
इसकी रिपोर्ट तैयार कर महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को भेज दी है। अब शासन से आदेश आने का इंतजार है उसके बाद इन स्कूलों को मर्ज कर दिया जाएगा। जिले में 1536 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 400 से अधिक विद्यालय ऐसे हैं, जहां छात्रों की संख्या 50 से कम है। सभी ब्लॉक के एक-एक विद्यालय का बेसिक शिक्षा विभाग ने सर्वे कराया है।
इस सर्वे के माध्यम से इन विद्यालयों को चिह्नित किया, और महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा को रिपोर्ट भेज दी है। प्राथमिक और पूर्व विद्यालय को कंपोजिट विद्यालय में विलय किया जाएगा। अगर करीब में कंपोजिट विद्यालय नहीं होगा तो प्राथमिक विद्यालय को प्राथमिक विद्यालय में और पूर्व माध्यमिक विद्यालय को पूर्व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मर्ज किया जाएगा। इसे
लेकर पूरा खाका तैयार है और संबंधित स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों को भी सूचित किया जा रहा है।
इधर, बेसिक शिक्षा विभाग के सोशल मीडिया एकाउंट पर सोमवार को स्कूलों के विलय होने की डाली गई सूचना को विभाग ने भ्रामक एवं निराधार बताया है।
50 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को विलय किए जाने की प्रक्रिया शासन स्तर पर होनी है। रिपोर्ट भेज दी गई है जैसा आदेश आएगा उसका अनुपालन कराया जाएगा।
– सुनील दत्त, बेसिक शिक्षा अधिकारी