प्रयागराज हुआ बेदखल जब चांद गगन से। जुगुनुओं को तो चमकने दे। होली की आंच से पकाई रोटी। तस्वीर देश की बदलने दे। देर से सही बादल छाया तो। जब तक चाहे उसे बरसने दे…। रामकेश यादव की कल्पना की उड़ान ने जिस भाव से यह शब्द चित्र खींचा है, कुछ ऐसा ही अहसास करछना विधानसभा क्षेत्र में आपको होने वाला है। या यूं कहें शुरुआत हो चुकी है। संदर्भ है बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों का। यहां के प्रत्येक स्कूल को स्मार्ट क्लास युक्त बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। स्थानीय विधायक पीयूष रंजन निपाद क्षेत्र के 248 बेसिक स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए
समूची निधि दे रहे हैं। पहले चरण में 32 स्कूलों में कार्य पूरा होने को है। 32-32 स्कूलों के क्लस्टर बनाकर इस बदलाव के लिए कार्ययोजना तैयार हो चुकी है। इस मद में 11.50
करोड़ रुपये खर्च होंगे, जो विधायक निधि से प्राप्त होंगे। एक विद्यालय पर करीब 5,47000 रुपये खर्च किए जाएंगे। चाका के पांच, करछना के 27 स्कूलों में जल्द शुरू होगा कार्य: बीएसए प्रवीण
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कुमार तिवारी के अनुसार चाका के पांच और करछना के 27 स्कूलों में जल्द कार्य शुरू होने जा रहा है। इनमें मड़ौका प्राथमिक विद्यालय, मवैया कला कंपोजिट विद्यालय, लवायन खुर्द का प्राथमिक विद्यालय, तेंदुआवन व पिपराव का प्राथमिक विद्यालय के अतिरिक्त करछना के 27 स्कूल शामिल हैं। कार्यदायी संस्था क्षेत्रीय प्रबंधक लघु उद्योग निगम लिमिटेड है। कान्वेंट स्कूलों की तरह विकसित करने का लक्ष्य विधायक पीयूष रंजन निपाद ने बताया कि वह अपने क्षेत्र
के सभी बेसिक स्कूलों को अगले दो वर्ष में स्मार्ट कक्षाओं से युक्त करा देंगे। कोशिश है कि विद्यालय निजी स्कूलों की तरह बेहतर बनें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से स्कूलों को सुधारने के लिए कार्ययोजना बनाकर अमल
किया जा रहा है। प्रदेश में यह एक मात्र विधानसभा क्षेत्र होगा जहां समूची विधायक निधि स्कूलों पर खर्च की जाएगी। अगले दो वर्ष की समूची विधायक निधि के साथ अब तक की शेष राशि इसी मद में व्यय की जाएगी।
नगर क्षेत्र के स्कूलों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था
बीएसए ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से सत्र 2022-23 में 281 स्कूलों में स्मार्ट टीवी व प्रोजेक्टर आदि की व्यवस्था की गई थी। 40 विद्यालयों में जिलाधिकारी के प्रयास से खनन निधि से कक्षाओं को स्मार्ट बनाया गया। करीब 40 स्कूलों में स्वयंसेवी संगठन, पुरा छात्र, ग्राम प्रधान के साथ शिक्षकों ने स्वयं स्मार्ट क्लास बनवाए। लक्ष्य है कि जिले के सभी कंपोजिट विद्यालय में स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध करायी जाय। यह कार्य अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा। वर्ष 2023-24 के मद से 248 व 2024-25 के मद से 254 स्कूलों को चिह्नित किया गया है। कुल 748 स्कूलों में स्मार्ट क्लास बन जाएगी। नगर क्षेत्र के सभी 68 विद्यालयों में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट क्लास बनाई जा रही है। आइआइटी गांधी नगर के शिक्षक बच्चों की आनलाइन कक्षाएं ले रहे