अब आर्ट्स से 12वीं पास विद्यार्थी व् कर सकेंगे बी.एससी
नई दिल्लीः आर्ट्स, साइंस और कामर्स स्ट्रीम यानी संकाय के बंधन में जकड़ी शिक्षा से छात्रों को अब आजादी मिलेगी। किसी विषय या फिर स्ट्रीम से 12वीं करने वाले छात्र अब पसंद के किसी भी विषय से स्नातक कर सकेंगे। यानी आर्ट्स या कामर्स विषयों में 12 वीं करने वाले छात्र अपनी स्नातक की पढ़ाई विज्ञान विषयों के साथ कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें स्नातक स्तर पर उन विषयों या कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा को या फिर विश्वविद्यालय से जुड़ी प्रवेश परीक्षा की पात्रता को हासिल करना होगा।
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इसी तरह किसी भी विषय से स्नातक करने वाले अब परास्नातक की पढ़ाई भी किसी भी विषय से कर सकते हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की सिफारिशों के तहत पढ़ाई को लचीला बनाते हुए स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश को लेकर नए नियमों का मसौदा जारी किया है। हालांकि नियम उच्च शिक्षण संस्थानों में कब से लागू होंगे, यह साफ नहीं है, लेकिन यूजीसी का कहना है कि उच्च शिक्षण संस्थानों को जल्द ही इन्हें अपनाने की सिफारिश की जाएगी। अब तक विज्ञान संकाय में 12वीं पास स्नातक स्तर पर कला विषयों
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में दाखिला ले सकते हैं, लेकिन कला विषयों में 12वीं करने वालों को विज्ञान या फिर दूसरे किसी विषय में दाखिले की पात्रता नहीं थी।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार के मुताबिक छात्रों की सुविधा को देखते हुए नियमों में बदलाव की पहल की गई है। इसके साथ ही उच्च शिक्षण संस्थानों में साल में दो बार दाखिला देने की पहल भी की गई है। इसमें पहले सत्र के लिए प्रवेश जुलाई-अगस्त में होगी, जबकि दूसरे सत्र के लिए प्रवेश जनवरी- फरवरी में दिया जाएगा। स्नातक और परास्नातक में प्रवेश के इन नियमों में किए गए बदलाव के मसौदे को लोगों की आम राय लेने के बाद जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा। अभी उच्च शिक्षण संस्थानों में सिर्फ एक ही सत्र में प्रवेश दिया जाता है। खास बात यह है कि दोनों ही सत्रों में छात्रों को प्रवेश सीयूईटी की मेरिट के आधार पर ही दिया जाएगा। यह परीक्षा साल में एक बार ही आयोजित की जाती है।
एम.टेक-एमई में प्रवेश ले सकेंगे बी.एससी आनर्स करने वाले
स्नातक और परास्नातक में प्रवेश से जुड़े प्रस्तावित नए नियमों के तहत फिजिक्स, बायोलाजी और गणित आदि विषयों से चार वर्षीय बी. एससी आनर्स करने वाले छात्र भी अब एम. टेक-एमई कर सकते हैं। अभी तक एम. टेक-एमई में सिर्फ बी. टेक और बीई करने वाले छात्रों को ही प्रवेश दिया जाता रहा है।