लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग में बिना किसी सूचना के ढाई साल से स्कूल से गायब चल रहे प्राइमरी स्कूल के सहायक कुमार चौधरी को बर्खास्त कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी राम प्रवेश ने बुधवार को उनकी बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया।

- अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण प्रक्रिया 2025-26 के फलस्वरूप अर्ह पाये गये शिक्षक एवं शिक्षिका को कार्यमुक्त एवं कार्यभार ग्रहण कराये जाने के सम्बन्ध में।
- सेवा पुस्तिकाओं को अपडेट किए जाने विषयक BSA सीतापुर का आदेश 👆
- शिक्षामित्रों का डाटा अपडेट के संबंध में
- लखनऊ: पेयरिंग के विरुद्ध अभिभावकों/ग्रामीणों द्वारा एकत्र होकर नारेबाजी करने पर विद्यालय के समस्त स्टाफ को कठोर चेतावनी
- रेलवे ग्रुप-C भर्ती में बड़ा बदलाव – प्रतीक्षा सूची (Waiting List) अब खत्म!, देखें यह आदेश
शिक्षक राजेश कुमार गोसाईगंज के करहदू स्थित प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे। तैनाती के बाद वे 9 जुलाई, 2022 के बाद से कभी स्कूल नहीं गए। बीएसए कार्यालय की ओर से कई बार नोटिस जारी किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।
बीएसए राम प्रवेश ने बताया कि यह शिक्षक लंबे समय से स्कूल नहीं आ रहा थे। नौ सितंबर को सहायक शिक्षक राजेश कुमार चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी करके 12 सितंबर को बीएसए कार्यालय में आकर बयान देने का निर्देश दिया गया इसके जवाब में शिक्षक ने पारिवारिक समस्याएं बताते हुए असमर्थता जताई। राजेश की ओर से कहा गया कि जुलाई 2022 में उन्होंने
खुद के निलंबन के लिये गोसाईंगंज बीईओ कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया था। इसके बाद बीएसए ने वर्खास्तगी का आदेश जारी किया है।
बता दें कि इस संबंध में अमर उजाला ने बीते नौ दिसंबर को हद हो गईः कई साल से स्कूल नहीं आ रहे शिक्षक, शीर्षक से खबर प्रकाशित कर ऐसे छह शिक्षकों का मुद्दा उठाया था। लंबे समय से स्कूल नहीं आने वाले चार शिक्षकों के खिलाफ अभी कार्रवाई होनी बाकी है।