लखनऊ। यूपी के हर जिले में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय खोले जाएंगे। जिनमें प्री प्राइमरी से कक्षा 12 तक मुफ्त पढ़ाई होगी। नए खुलने वाले प्रत्येक विद्यालयों में निम्न आय वर्ग के 1500 विद्यार्थियों को आधुनिक एवं मॉडर्न शिक्षा दी जाएगी। साथ ही कान्वेंट स्कूलों जैसा माहौल दिया जाएगा ताकि इन विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में किसी प्रकार की कोई हीन भावना न रहे और वे बेहतर शिक्षा के बल पर मुखर और प्रभावशाली बन सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अगले साल इस नई महत्वाकांक्षी योजना को लांच करेंगे। इसे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में प्रदेश के 27 जिलों में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय खुलेंगे। सरकार की योजना है कि नए खुलने वाले इन स्कूलों में एक ही परिसर में बच्चों को अत्याधुनिक शैक्षिक संसाधनों से परिपूर्ण आधुनिक शिक्षा मुहैय्या हो। राज्य सरकार ने पहले चरण के इन स्कूलों के भवन आदि के निर्माण के लिए एकमुश्त एक हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया है।
स्कूल शिक्षा महानिदेशालय द्वारा तैयार प्रस्ताव के आधार पर चयनित 27 जिलों में नए विद्यालयों के लिए डीपीआर को भी मंजूरी मिल चुकी है। बताया जाता है कि फिलहाल 22 जिलों में विद्यालय के निर्माण कार्य के लिए 25 करोड़ रूपये आवंटित किए गए हैं जबकि पांच जिले जहां भूमि की व्यवस्था आदि में होने वाले अतिरिक्त व्यय के मद्देनजर 25 करोड़ से अधिक राशि का आवंटन किया गया है।
प्रथम चरण में इन जिलों में खुलेंगे मॉडल विद्यालय
मैनपुरी, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, अम्बेडकरनगर, औरैय्या, बलिया, हमीरपुर, कानपुर देहात, सुल्तानपुर, चित्रकूट, अमेठी, अमरोहा, बिजनौर, बुलन्दशहर, हरदोई, महाराजगंज, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, जालौन, ललितपुर, श्रावस्ती, बागपत, इटावा, हापुड़ तथा कुशीनगर।
मॉडल विद्यालयों में होंगी ऐसी सुविधाएं
सभी जिलों में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय का भवन तीन मंजिला होगा। सभी कक्षाओं के साथ-साथ अलग से मीड डे मील हॉल व रसोईघर होगा। शैक्षिक एवं गैरशैक्षिक गतिविधियों के लिए मल्टीपरपज हॉल होगा। इसके अलावा परिसर में एक अलग दो मंजिले भवन में प्रधानाचार्य एवं उप प्रधानाचार्य का आवास होगा जबकि एक अन्य दो मंजिला भवन स्टाफ क्वाटर के रूप में होगा। वहीं बाल वाटिका, खेल के मैदान, गार्ड रूम आदि भी होंगे।