लखनऊ, । उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ का आरोप है कि शिक्षा निदेशक की ओर से जारी की गई स्कूलों की अवकाश तालिका में ज्यादा छुट्टियां दर्शायी गईं हैं। इसे संशोधित किये जाने की मांग उठायी है। इस सम्बंध में निदेशक को पत्र भेजा है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा का कहना है कि एक शिक्षक की तुलना में निदेशालय और सचिवालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को 44 दिन अधिक अवकाश दिया गया है। उनका कहना है कि निदेशक की ओर से सोमवार को जारी अवकाश तालिका में विद्यालयों में 119 दिन अवकाश है। जबकि वास्तविक अवकाश 113 दिन है। यदि राष्ट्रीय पर्व को निकाल दिया जाए तो 111 दिन छुट्टियां हैं। तालिका में कार्य दिवस 234 दिन है। जबकि वास्तविक कार्य दिवस 252 दिन हैं। महाकुम्भ के शाही स्नान में बसन्त पंचमी तीन फरवरी सोमवार को है। तालिका में दो फरवरी रविवार को घोषित की है।
तालिका में 30 दिन के अवकाश में चार दिन रविवार है। वहीं 41 दिन के ग्रीष्मावकाश में छह रविवार है। गर्मी की छुट्टियों के छह रविवार को घटाये बिना पूरे साल के 52 रविवार को जोड़ दिया गया। वास्तविक अवकाश 119 दिन न होकर केवल 113 दिन है। वर्ष के तीन राष्ट्रीय पर्व को अवकाश में जोड़ा गया है। तीनों पर्व में शिक्षिक, छात्र व कर्मचारी स्कूल आते हैं। इसी प्रकार 12 दिन बोर्ड परीक्षा को भी अवकाश तालिका में नहीं जोड़ा गया है।