प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के कैलेंडर में राजकीय विद्यालयों व महाविद्यालयों में शिक्षक भर्ती को लगातार दूसरे साल भी जगह नहीं मिली। शिक्षक भर्ती को लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई है।
यूपीपीएससी को राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक, प्रवक्ता और राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों का अधियाचन सालभर पहले मिल चुका है। लेकिन, तमाम कारणों से ये भर्तियां फंसी हैं।
आयोग को उच्च्च शिक्षा निदेशालय से असिस्टेंट प्रोफेसर के 562 पदों
पिछले साल भी कैलेंडर में भी शामिल नहीं हो सकी थीं प्रमुख भर्तियां
का अधियाचन प्राप्त हो चुका है। आयोग की ओर से 28 जनवरी 2025 को जारी परीक्षा कैलेंडर में यह उल्लेख किया गया है कि असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर चयन संबंधी परीक्षा योजना के संबंध में विभाग/शासन से अनुमोदन प्राप्त होने के बाद इस भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा।
वहीं, पिछले साल के कैलेंडर में यह बताया था कि स्क्रीनिंग परीक्षा नियमावली को शासन से मंजूरी मिलने के बाद भर्ती का विज्ञापन
जारी किया जाएगा। फिलहाल, दो साल से यह भर्ती अलग-अलग कारणों से फंसी है।
वहीं, आयोग को एलटी ग्रेड शिक्षक के 7258 पदों का अधियाचन मिला है, जिनमें 4785 पद पुरुष व 2473 पद महिला वर्ग के हैं। पिछले साल आयोग की ओर से बताया गया था कि समकक्ष अर्हता को लेकर शासन स्तर से स्थिति स्पष्ट किए जाने के बाद विज्ञापन जारी किया जाएगा।
इस बार बताया गया है कि ई अधियाचन प्राप्त होने के बाद विज्ञापन जारी किया जाएगा। प्रवक्ता भर्ती के लिए भी यही कहा गया है कि ई-अधियाचन प्राप्त होते ही विज्ञापन जारी कर दिया
जाएगा। वहीं, कैलेंडर में शामिल आरक्षित तिथियों में यह परीक्षा करा दी जाएगी।
आयोग को प्रवक्ता के 1647 पदों का अधियाचन मिल चुका है, जिनमें 817 पद पुरुष व 830 पद महिला वर्ग के हैं। आयोग को खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के पदों का भी ई-अधियाचन मिलने का इंतजार है।
प्रमुख भर्तियों को कैलेंडर में जगह न मिलने से अभ्यर्थी परेशान हैं। प्रतियोगी छात्र संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान का कहना है कि जिन औपचारिकताओं को दो से तीन माह में पूरा हो जाना चाहिए था, वे दो साल में भी पूरी नहीं हो सकीं।