लखनऊ। प्रदेश में स्कूली विद्यार्थियों की ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी बनाने को लेकर चल रहा अभियान अपेक्षित गति नहीं पकड़ रहा है। तमाम कवायद के बाद भी अभी तक 54.27 फीसदी विद्यार्थियों की ही आईडी बन पाई है। 46.73 फीसदी छात्रों की अपार आईडी अभी नहीं बनी है।
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प्रदेश स्तर पर हाल ही में जारी डाटा के अनुसार सर्वाधिक पेंडेंसी अभी भी कानपुर नगर में 68.33 फीसदी, मुरादाबाद में 59.56 फीसदी, आगरा में 59.56 फीसदी, बलिया में 57.31 फीसदी, मेरठ में 57.28 फीसदी, आजमगढ़ में 57.25 फीसदी, कन्नौज में 56.98 फीसदी, गाजीपुर में 55.95 फीसदी है। जबकि सबसे कम पेंडेंसी चित्रकूट में 27.43 फीसदी, पीलीभीत में 27.85 फीसदी, कौशांबी में 28.95 फीसदी, महोबा में 29.82 फीसदी, हमीरपुर में 31.74 फीसदी है। वहीं शिक्षकों का यह भी कहना है कि काफी संख्या में शिक्षक-अधिकारी अब बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में लग गए हैं, इसकी वजह से भी अब आईडी बनाने की गति धीमी पड़ गई है। वहीं जो कमियां थीं, विभाग स्तर पर इसे दुरुस्त नहीं किया जा सका है।