नई दिल्ली। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, साल में 4 बार नवरात्र मनाए जाते हैं, जिसमें से शारदीय नवरात्र और चैत्र नवरात्र की जानकारी को अधिकतर लोगों को होगी, लेकिन इसकी से साथ साल में दो बार गुप्त नवरात्र भी किए जाते हैं, जो माघ और आषाढ़ के महीने में आते हैं। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्र की शुरुआत मानी जाती है। तो चलिए जानते हैं चैत्र नवरात्र की सही तिथि और घटस्थापना का मुहूर्त
कब से शुरू होंगे नवरात्र

चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारम्भ 29 मार्च को शाम 04 बजकर 27 मिनट पर हो रहा है। वहीं इस तिथि का समापन 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होने जा रहा है। दो दिन प्रतिपदा तिथि होने के कारण लोग दुविधा में पड़ रहे हैं, लेकिन हिंदू धर्म में उदया तिथि (जो तिथि सूर्योदय के साथ शुरू होती है) को मान्यता दी गई है। इस प्रकार नवरात्र व्रत की शुरुआत रविवार 30 मार्च से होगी।
चैत्र नवरात्र के पहले दिन घट स्थापना करना जरूरी माना जाता है। ऐसा करने से साधक को नवरात्र व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है। ऐसे में घट स्थापना का मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है –
घटस्थापना मुहूर्त – सुबह 06 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक
भूलकर भी न करें ये काम
नवरात्र का व्रत करने वाले साधक को भूलकर भी खाने में सफेद नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इसके स्थान पर सेंधा नमक का इस्तेमाल करें। नवरात्र की अवधि में तामसिक भोजन, शराब, मांस आदि से दूरी बनानी चाहिए। साथ ही इस पूरी अवधि में माता रानी की कृपा के लिए तन और मन की स्वच्छता का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।