प्रधानाध्यापक समेत दो शिक्षकों को पहले किया जा चुका है निलंबित
संवाद न्यूज एजेंसी
मंडी धनौरा। गांव मिठनपुर के कंपोजिट विद्यालय में नाबालिग बच्चों को स्कूटी थमाने के मामले में बीएसए ने एक और शिक्षिका को निलंबित कर दिया है। जबकि प्रधानाध्यापक समेत दो शिक्षक पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं।
तीनों का निलंबन आदेश बृहस्पतिवार को बीईओ कार्यालय पहुंच गया। निलंबन की अवधि तक तीनों शिक्षकों को ब्लॉक के अलग-अलग स्कूलों से संबद्ध किया गया है।
सोमवार को मिठनपुर के कंपोजिट विद्यालय में परीक्षा के दौरान कक्षा दो का अंग्रेजी का मात्र एक प्रश्न पत्र निकला था, जबकि कक्षा दो में 14 बच्चे पंजीकृत हैं। विद्यालय के शिक्षकों ने स्कूल के दो नाबालिग बच्चों को अपनी स्कूटी देकर प्रश्न पत्र की फोटो कॉपी कराने के लिए भेज दिया था। रास्ते में छात्रों की स्कूटी को पिकअप ने टक्कर मार दी थी। इसके चलतें दोनों छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दोनों को छात्रों उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

डीएम निधि गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बीएसए को सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे। बीएसए ने सोमवार को ही प्रधानाध्यापिका नाहिदा सुल्ताना व शिक्षक संजय सागर को निलंबित कर दिया था।
बीईओ अरूण कुमार ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय की प्रधानाध्यापक नाहिदा सुल्ताना व स्कूटी स्वामी शिक्षक संजय सागर के निलंबन के बाद शिक्षिका रश्मि चौधरी को भी निलंबित कर दिया
है।
उन्होंने बताया कि निलंबन की अवधि तक नाहिदा सुल्ताना प्राथमिक विद्यालय शेरपुर, रश्मि चौधरी प्राथमिक विद्यालय देहरा चक व संजय सागर उच्च प्राथमिक विद्यालय पपसरी खादर से संबद्ध रहेंगे।
अरूण कुमार ने बताया कि तीनों विद्यालयों में शिक्षकों की कमी चल रही है। बीएसए ने मुख्यालय पर तैनात खंड शिक्षा अधिकारी भारत भूषण को जांच सौंपी है।
प्रश्न पत्र कम भेजने वालों की जिम्मेदारी कब तय होगी
परीक्षा की तैयारी यदि सही तरीके से की जाती तो शायद प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी कराने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती और नाबालिग छात्र हादसे का शिकार नहीं होते। परिषदीय विद्यालयों की परीक्षा में प्रत्येक विषय के प्रश्न पत्र कम निकले। कई स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी से शिकायत भी की। यदि परीक्षा के लिए जिम्मेदार लोग अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन करते तो शायद यह घटना ही नहीं होती। एक शिक्षक का कहना था कि जिलाधिकारी को प्रश्न पत्र कम भेजने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए।
अस्पताल में भर्ती हैं दोनों छात्र
हादसे में दोनों छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। परिजनों ने दोनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। हालांकि अब दोनों छात्रों की हालत में सुधार है। लेकि अभी तक दोनों छात्र अस्पताल में भर्ती है। अ धिकारी भी दोनों छात्रों की सेहत की लगातार जानकारी ले रहे हैं