आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ने शिक्षा जगत में भी क्रांति ला दी है। इससे न केवल विश्वस्तरीय पाठ्य सामग्री उपलब्ध हो रही है बल्कि छात्रों से लेकर शिक्षक तक पठन-पाठन के तौर तरीकों में काफी बदलाव आ रहा है। इसे लेकर छात्रों में भी पर्याप्त जागरुकता आ रही है और एआई आधारित कई लर्निंग एप छात्रों की मदद कर रहे हैं। खासकर गैर तकनीकी छात्रों के लिए इस तरह के एप बेहद कारगर साबित हो रहे हैं।
एआई के आने से पुराने शैक्षिक

- वन विभाग में वन रक्षक के 708 पदों पर होगी शीघ्र भर्ती
- 60 हजार पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग एक साथ होगीः योगी
- बीएड विषय में भर्ती परीक्षा की अलग से जारी होगी तारीख
- यूपीआइ के जरिये भी निकाला जा सकेगा पीएफ का पैसा
- सेना में ‘अग्निवीर’ बनने का अवसर, यह होगी योग्यता और कितनी होगी सैलरी
तरीकों में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। इसकी मदद से हर एक छात्र पर खास ध्यान रखने की सुविधा मिलती है। पुरानी शिक्षा नीति में छात्रों की पर्सनल ग्रोथ और उनकी कमजोरियों पर अलग से ध्यान नहीं दिया जाता है किन्तु
एआई के साथ ये समस्या खत्म हो गई है। क्योंकि यह हर एक छात्र पर एआई नजर रखेगा।
तकनीकी संस्थानों में छात्रों को असाइनमेंट दिया जाता है जिसे चेक करने में शिक्षकों को काफी वक्त लगता है। लेकिन अब यह
एआई की मदद से काफी जल्दी पूरा हो जाएगा। एआई इवेल्यूएशन डिवाइस का उपयोग करके टीचर्स
अपने स्टूडेंट्स के काम को आसानी से और जल्दी चेक करके ग्रेड दे सकते हैं।
प्रबंधन में भी सहयोगी है एआई
एआई की मदद से शिक्षकों के साथ ही शैक्षिक संस्थान के प्रबंधन में भी काफी मदद मिल सकती है। एआई की मदद से नामांकन, रिकॉर्ड-कीपिंग और शेड्यूलिंग जैसे कामों को आसानी से और पारदर्शी तरीके से किया जा सकता है। इससे शिक्षकों का गैर शैक्षणिक बोझ कम होगा और वे कक्षाओं पर अधिक ध्यान दे पाएंगे।
मूक्स पाठ्यक्रम है एआई आधारित
केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से चलाए जा रहे मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स पूरी तरह एआई बेस्ड है। इसके पाठ्यक्रमों का गठन भी एआई की मदद लेकर किया गया है। इसके अलावा इसमें छात्रों के प्रदर्शन, उनके प्रश्नपत्र और कॉपियों की चेकिंग आदि भी एआई की मदद से किया जा रहा है।
एआई के कारण शिक्षा जगत में अनेक परिवर्तन आ रहे हैं। भविष्य में और परिवर्तन देखने को मिलेंगे। सबसे बड़ी बात डेटा आधारित पाठ्यक्रमों में एआई ने बहुत मदद की है। अब छात्रों को डेटा, एक्जाम्पल, फैक्ट के लिए असीमित तथ्य मिल जाते हैं।
– डॉ. महीप सिंह, इनोवेशन हब, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय