मेरठ। यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती की मेडिकल परीक्षा में पास कराने के नाम पर रकम वसूलने के मामले में सीआरपीएफ का जवान भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की मानें तो जेल भेजे गए सागर ने बागपत निवासी सीआरपीएफ जवान को ऑन लाइन 1.5 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। जवान से जब इस संबंध में सवाल किए गए तो वह उचित जवाब नहीं दे पाया।

शनिवार शाम उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से न्यायालय ने जेल भेज दिया। दो लोगों के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
किला परीक्षितगढ़ के ग्राम सिंहपुर निवासी अरुण पुत्र देवानंद 30 अप्रैल को पुलिस लाइन में चल रही यूपी पुलिस भर्ती की मेडिकल परीक्षा में अपने भाई अनुभव को लेकर आए थे। दोपहर एक बजे सागर कुमार पुत्र महेश चंद उनके पास आया। उसने बताया कि वह लावड़ दौराला का निवासी है। यहां क्राइम ब्रांच में सब इंस्पेक्टर है। वह एक लाख रुपया दे तो वह अनुभव को पास करा सकता है। उसने वर्दी की पैंट और लाल जूते पहने थे। अभी बातचीत हो रही थी कि अनुभव अंदर चला गया। कुछ देर बाद अनुभव बाहर आया। उसने बताया कि परीक्षा पास कर ली है। तभी सागर ने खुद को श्रेय देते हुए एक लाख रुपये की मांग कर दी। मना करने पर उसने उनका बैग छीन लिया और भागने लगा। जिसे दबोचकर पुलिस को सौंप दिया गया। सागर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की तो पता चला कि इस मामले में सीआरपीएफ का एक जवान भी शामिल है। कॉल डिटेल्स में काफी बार सागर की उससे बात हुई थी। पुलिस ने छानबीन को आगे बढ़ाया और शुक्रवार देर रात बागपत के ग्राम बावली निवासी सीआरपीएफ जवान राजेंद्र कुमार को हिरासत में ले लिया। वह वर्तमान में जम्मू कश्मीर में तैनात था और इन दिनों छुट्टी पर आया था।
एसएचओ सतवीर सिंह ने बताया कि राजेंद्र के खाते में सागर के खाते से 1.5 लाख रुपये की रकम ट्रांसफर हुई है। दोनों से अलग अलग बात की तो वह कहानी भी अलग अलग बताते रहे। जवान का कहना था कि उसने सागर को रकम उधार दी थी जो उसने वापस की है। लेकिन वह इसका कोई साक्ष्य नहीं दे सका। शाम को सीआरपीएफ जवान को न्यायालय में पेश किया गया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
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इनका कहना है…
पुलिस भर्ती के मेडिकल में पास कराने का लालच देकर रकम की मांग करने वाले सागर के सहयोगी सीआरपीएफ के जवाब राजेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खाते में 1.5 लाख रुपये सागर ने ट्रांसफर किए थे। दोनों की कॉल डिटेल्स भी खंगाली जा रही है।
– डा. विपिन ताडा, एसएसपी, मेरठ।