लखनऊ। सुपोषित उत्तर प्रदेश के विचार को साकार करने की दिशा में एक निर्णायक कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री सुपोषण योजना प्रारंभकरने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में टेक होम राशन (टीएचआर) की इकाइयां स्थापित करने के भी निर्देश दिए हैं।

सीएम ने शनिवार को बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक में विभागीय कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 3-6 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों को प्रातः काल पौष्टिक स्वल्पाहार उपलब्ध कराने की यह योजना शुरू की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह योजना राज्य के डॉ. भीमराव आंबेडकर जीरो पॉवर्टी मिशन के अंतर्गत चिह्नित गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी सौगात होगी। इसके साथ ही
आकांक्षात्मक जिलों व विकासखंडों के साथ-साथ डॉ. भीमराव आंबेडकर जीरो पॉवर्टी मिशन में चिहिनत परिवार होंगे लाभान्वित
आकांक्षात्मक जिलों और विकासखंडों को भी इससे लाभान्वित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने बच्चों में पोषण के मानकों की सतत मॉनीटरिंग पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए स्थानीय प्रशासन, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के समन्वय से एकीकृत प्रयास सुनिश्चित किए जाएं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को सुबह स्वल्पाहार के रूप में दूध, फल, पोषाहार आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए
कि जिन लाभार्थी परिवारों के पास पशुधन नहीं है, उन्हें मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत गाय उपलब्ध कराई जाए। गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, आंगनबाड़ी के बच्चों को स्वादिष्ट, सुपाच्य और अच्छी खाद्य सामग्री उपलब्ध करानी चाहिए। रेसिपी आधारित टेक होम राशन में प्रदेश के विभिन्न जिलों में उपलब्ध विशिष्ट फसलों प्रतापगढ़ का आंवला, श्रीअन्न, गुड़ आदि के भोज्य पदार्थों को स्थान दिया जाना उचित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कुपोषण की चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। वर्तमान में टेक होम राशन की 43 जिलों में 204 इकाइयों से 288 परियोजनाओं को आपूर्ति की जा रही है।