कानपुर। उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने प्रदेश के 1000 बीएड और बीटीसी कॉलेजों की मान्यता निरस्त कर दी है। ऑनलाइन अप्रेजल फॉर्म नहीं भरने, भरे गए अप्रेजल फॉर्म में दी गई जानकारी, वास्तविक स्थिति में अंतर होने और घटती छात्र संख्या के कारण ऐसा किया गया है। इनमें कानपुर के 16 कॉलेज हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब अप्रेजल फॉर्म में गड़बड़ी होने पर इतनी बड़ी कार्रवाई हुई। कुछ कॉलेजों ने अप्रेजल फॉर्म ही नहीं भरा तो कुछ ने बेहद लापरवाही से फॉर्म भरा, जिसमें कई गड़बड़ियां थी। लापरवाही, ओवर कॉन्फिडेंस, बीएड और डीएलएड महाविद्यालय में बड़ी संख्या में सीटें खाली रहने, परफॉर्मेंस अप्रेजल फॉर्म नहीं भरने के कारण 16 महाविद्यालयों पर कार्रवाई की गई है।

इन कॉलेजों की मान्यता हुई रद्द
जनता शिक्षण संस्थान, घाटमपुर, कैप्टन सुखवासी सिंह जनता महाविद्यालय घाटमपुर, जगवंत सिंह भदौरिया डिग्री कॉलेज अमौर, प्राची टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, पं. बाल गोविंद दीक्षित कॉलेज आफ एजुकेशन एंड प्रोफेशनल मैनेजमेंट, मनोहर लाल डिग्री कॉलेज फार टीचर एजूकेशर उन्नाव, हरवंश राय बच्चन डिग्री कॉलेज उन्नाव, लल्लू सिंह महाविद्यालय इमलीपुर, मुलायम सिंह महाविद्यालय यशोदा नगर, रानी शिक्षण संस्थान मंधना बिठूर, संस्कार डिग्री कॉलेज उन्नाव, एसएसजी कॉलेज चौडगरा फतेहपुर, डा. राम मनोहर लोहिया डिग्री कॉलेज कल्याणपुर, जसवंत सिंह भदौरिया पब्लिक स्कूल अमौर, लव कुश महाविद्यालय उन्नाव, मां गायत्री महाविद्यालय खदेसर।