नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के विश्वविद्यालयों से आग्रह किया है कि वे छात्रों को स्थानीय भाषाओं में परीक्षा की अनुमति दें, भले ही पाठ्यक्रम अंग्रेजी माध्यम में हो। यह सुविधा अंग्रेजी माध्यमों से चलाए जाने वाले शिक्षण संस्थानों को भी देनी होगी।
यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने बुधवार को सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को इस बाबत पत्र लिखा है। यूजीसी के इस कदम से ऐसे सभी छात्र-छात्राओं को राहत मिलेगी जो अंग्रेजी में परीक्षा देने की मजबूरी के चलते बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं।
यूजीसी ने कहा है कि स्थानीय भाषाओं में मूल लेखन के अनुवाद को भी बढ़ावा दिया जाए।