अमृत विचार। पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर इस बार किसी भी शिक्षिका को राज्य अध्यापक पुरस्कार नहीं मिल सकेगा। इसका कारण आवेदन न करना है। वर्ष 2022 में अंग्रेजी माध्यम के प्राथमिक स्कूल जसपुरापुर सरैया प्रथम की प्रधानाध्यापक रेनू कमल को यह उपलब्धि मिली थी। अबकी छह शिक्षकों ने ही आवेदन किए हैं। शासन ने कुछ सालों से हर जिले से एक-एक शिक्षक/शिक्षिका को राज्य पुरस्कार देने का नियम बना दिया है। पहले प्रदेश स्तर पर एक ही या चुनिंदा शिक्षक को यह उपलब्धि मिलती थी। बताया गया है कि बेसिक शिक्षा विभाग के पास इस बार कुल छह पुरुष शिक्षकों ने ही राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए
- तीन शिक्षकों के नाम कमेटी ने राज्य पुरस्कार के लिए शासन को भेजे
- परिषदीय स्कूलों के छह शिक्षकों ने किए थे ऑनलाइन आवेदन
ऑनलाइन आवेदन किए थे। कमेटी ने तीन नामों का चयन कर शासन को भेज दिया। बताया गया है कि तीन में दो नाम ब्लॉक उमर्दा क्षेत्र से और एक सौरिख से शामिल है। हर साल पांच सितंबर को यह सम्मान मिलता है। बताया गया है कि तीन बार से लगातार आवेदन करने वाली एक शिक्षिका ने इस बार भाग्य नहीं आजमाया है। बीएसए कौस्तुभ सिंह ने बताया कि पूरे प्रदेश के चयन की सूची शासन से ही जारी होगी। जिले से केवल तीन नाम ही शासनादेश के तहत भेजे गए हैं।