गाजियाबाद, नगर प्राथमिक विद्यालय में हुआ गंभीर मिड डे मील का मामला सामने आया है। बुधवार को सुबह साढ़े नौ बजे, मिड डे मील के दूध के साथ आया था। इसके बाद 25 बच्चों की स्वास्थ्य बिगड़ गई, जिनमें उल्टी और पेट दर्द की शिकायत हो गई। बच्चों ने दूध को पीने से इनकार किया, लेकिन स्कूल के कर्मचारी ने उन्हें दबाकर दूध पिलाया। कुछ बच्चों को दूध के बाद उल्टी हो गई और कुछ के सिर और पेट में दर्द होने लगा।
इसके बाद, बच्चों की स्थिति और भी गंभीर हो गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 25 बच्चों को सीएचसी लोनी अस्पताल में भर्ती कर दिया, जहाँ से तीन बच्चों को गंभीर स्थिति में देखकर उन्हें संज्ञान लेते हुए अन्य अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पहले भी इस स्कूल में खाने से कुछ बच्चे बीमार हुए हैं। परिजनों ने स्कूल प्रिंसिपल और अन्य कर्मचारियों पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने बच्चों को खिलवाने के लिए कुछ कर्मचारियों को जबरन दूध पिलाया था। इसके बाद, बच्चों को तबीयत खराब हो गई और कुछ ने रोने लगा। उन्हें धमकाया गया था कि यदि वे इसकी शिकायत करते हैं तो उन्हें और ज्यादा परेशान किया जाएगा।
रसोइया शन्नो ने बताया कि उन्हें स्कूल प्रिंसिपल द्वारा दी गई सामग्री का उपयोग करके मिड डे मील का खाना और नाश्ता तैयार करना होता है। उन्हें 6 लीटर दूध दिया जाता है, जिसमें 10 से 15 लीटर पानी मिलाकर बच्चों को दिया जाता है। वे बताती हैं कि एक बार तो चावल और आलू में कीड़े भी थे। इसके बावजूद, उन्होंने शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
स्थानीय लोग कहते हैं कि प्रिंसिपल ने बच्चों के खाते से भी पैसे निकाले और उन्हें धन दिया जाता है। अब जांच के बाद, दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।