दूसरों को अवसर देने के लिए अभ्यर्थियों ने उठाया महत्वपूर्ण कदम
प्रयागराज । प्रतियोगी छात्रों ने सोशल मीडिया पर अभियान चला रखा है कि जो छात्र कहीं चयनित हो गए हैं, वे लेखपाल भर्ती परीक्षा के अभिलेख सत्यापन में शामिल न हों, ताकि दूसरों को मौका मिले सके। इसका असर भी दिखने लगा है और कई अभ्यर्थी अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से 31 जुलाई 2022 को आयोजित की गई लेखपाल भर्ती परीक्षा का अभिलेख सत्यापन 19 सितंबर से शुरू हो चुका है, जिसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से अभिलेख सत्यापन के लिए 27455 अभ्यर्थियों को चुना गया है। अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया 30 नवंबर को पूरी होगी। प्रतिदिन 700 अभ्यर्थियों को सत्यापन के लिए बुलाया जा रहा है। 8085 पदों की बड़ी भर्ती होने की वजह से प्रदेश के कई युवाओं को इस भर्ती से उम्मीद है। यही
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने बताया कि छात्र अनेक माध्ययों से यह अभियान चला रहे हैं। इसका प्रभाव भी दिख रहा है। अन्य सेवाओं में चयनित हो चुके सैकड़ों अभ्यर्थियों ने अब लेखपाल भर्ती से खुद को अलग कर लिया है। इस अभियान में अवनीश, आलोक जायसवाल, सौरभ तिवारी, संदीप तिवारी, अनिल पटेल, रवि शंकर वजह है कि अभ्यर्थियों ने सोशल आदि शामिल हैं।
मीडिया पर अभियान छेड़ रखा है, जिसके तहत उन अभ्यर्थियों से अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया में शामिल न होने की अपील की जा रही है, जो पहले से किसी दूसरी नौकरी के लिए चयनित हो चुके हैं और अब वे लेखपाल के पद पर ज्वॉइन नहीं करना चाहते हैं। ऐसे अभ्यर्थियों के अभिलेख सत्यापन से बाहर होने पर दूसरे अभ्यर्थियों के लिए अवसर बढ़ेंगे।