_लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों से जुड़ी प्रक्रियाएं धीमी गति से चल रही हैं। इससे शिक्षकों में नाराजगी है। फरवरी से चल रही पदोन्नति प्रक्रिया आठ नवंबर तक पूरी की जानी हैं, लेकिन शिक्षकों के अनुसार अब तक मात्र 25 जिलों की ही वरिष्ठता सूची पोर्टल पर अपलोड हुई है। ऐसे में तय समय में प्रक्रिया पूरी होने पर संशय दिख रहा है।_
_स्थिति यह है कि लखनऊ, बाराबंकी जिलों की भी अपडेट सूची अब तक अपलोड नहीं है। इसे लेकर शिक्षक काफी सशंकित हैं कि यह प्रक्रिया आठ नवंबर तक पूरी हो पाएगी या नहीं। उनका कहना है कि पदोन्नति प्रक्रिया अधिकारियों की मनमानी से अटकी है। जबकि यह प्रक्रिया अप्रैल 2023 तक पूरी होनी थी।_
*उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ उपाध्यक्ष निर्भय सिंह ने कहा कि जिन जिलों की वरिष्ठता सूची अपलोड हुई है, उसमें भी कुछ ने चयन गुणांक पर तो कुछ ने जन्म तिथि पर इसे बनाया है। अधिकारियों की उदासीनता से अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। आपसी तबादले को भी जान बूझकर अटकाए हुए है।*
प्रमुख सचिव ने वार्ता में आठ नवंबर की तिथि पदोन्नति की तय की है। अगर यह समय पर नहीं होती तो नौ नवंबर की वार्ता में इसे उठाएंगे। शिक्षकों की समस्याओं का समय पर समाधान न निकलने पर शिक्षक संघ आगे कड़ा निर्णय लेगा।
-डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ
■सभी बीएसए को स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। सभी जिलों में इसे आठ नवंबर तक पूरा करना है। कई जिलों की सूची अपलोड भी हो गई है। हम पदोन्नति की प्रक्रिया निर्धारित समय में पूरी करेंगे।
✍️-विजय किरन आनंद, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा