लखनऊ। प्रदेश में बेसिक के परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कंपोजिट व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्रों की रियल टाइम अटेंडेंस 15 फरवरी से अपडेट करनी होगी। इसी के साथ मध्याह्न भोजन की भी डिजिटल पंजिका ही मान्य होगी। इसे लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी बीएसए को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इसमें कहा गया है कि शिक्षक एक अप्रैल से सितंबर तक स्कूल दिनों में बच्चों की उपस्थिति सुबह आठ से नौ बजे के बीच और एक अक्तूबर से 31 मार्च तक सुबह नौ से दस बजे तक टैबलेट/ स्मार्टफोन से दर्ज करेंगे। वहीं
एमडीएम के लाभार्थी, मेन्यू, खाद्यान्न आदि का विवरण भी प्रतिदिन भोजन के बाद अनिवार्य रूप से अपडेट करेंगे। इसके लिए एक अप्रैल से 31 सितंबर तक दोपहर 12 बजे और एक अक्तूबर से 31 मार्च तक 1.30 बजे का समय तय किया गया है।
प्रदेश में शिक्षकों की रियल टाइम अटेंडेंस समेत विद्यालय में प्रयोग होने वाले लगभग एक दर्जन रजिस्टर को डिजिटल करने के प्रक्रिया पिछले कुछ महीने से चल रही है। विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप में राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के सात जिलों में यह व्यवस्था प्रभावी करने के निर्देश दिए। इसमें शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज
कराए जाने का विरोध शुरू हुआ। इसकी वजह से अन्य चीजें भी ठंडे बस्ते में चली गईं। इसी बीच शासन ने प्रदेश के सभी
बेसिक विद्यालयों में दो-दो टैबलेट उपलब्ध करा दिए हैं। इसी क्रम में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बीएसए, बीईओ, डीसीटी, डीसी को निर्देश दिया है कि 15 फ़रवरी से सभी जिलों के परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट विद्यालयों व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्र उपस्थिति पंजिका, मध्याह्न भोजन पंजिका का डिजिटल रूप ही मान्य होगा। कहा है कि पूर्व में ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया गया है। ब्यूरो