आरओ/एआरओ परीक्षा : पेपर लीक प्रकरण में मुकदमा दर्ज
प्रयागराज, । आरओ/एआरओ भर्ती 2023 की प्रारंभिक परीक्षा में गड़बड़ी सामने आने पर परीक्षा नियंत्रक अजय कुमार तिवारी को हटाने के बाद लोकसभा आयोग के सचिव अशोक कुमार ने पेपर लीक प्रकरण में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। इस केस में परीक्षा अधिनियम और साइबर क्राइम के अलावा कूट रचना की धाराएं भी लगी हैं। पेपर लीक प्रकरण की सिविल लाइंस पुलिस ने क्राइम ब्रांच की मदद से तफ्तीश शुरू कर दी है।
लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार ने एफआईआर दर्ज कराई है कि 11 फरवरी 2024 को दो पालियों में समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा 2023 आयोजित की गई थी। इसके बाद पेपर लीक का प्रकरण सामने आया। सोशल मीडिया पर वायरल प्रथम प्रश्नपत्र (सामान्य अध्ययन) के 103 प्रश्न व उसके उत्तर में कोई सीरीज अंकित नहीं है, लेकिन बी सीरीज के प्रश्नपत्र से मेल खाते हैं। इसी तरह द्वितीय प्रश्नपत्र (सामान्य हिन्दी) के 25 प्रश्न व उसके उत्तर में कोई सीरीज अंकित नहीं है, लेकिन सी सीरीज के प्रश्नपत्र से मेल खाते हैं। आयोग की अपील पर छात्रों ने इस सम्बन्ध में आयोग के ईमेल पर साक्ष्य मुहैया कराए। इससे प्रथम दृष्टया साबित हुआ कि द्वितीय प्रश्नपत्र के प्रश्न व उसके उत्तर 11 फरवरी 2024 को परीक्षा प्रारम्भ होने के नियत समय 2:30 बजे से पूर्व सार्वजनिक हो चुके थे। इसके अलावा प्रथम प्रश्नपत्र के प्रश्न व उसके उत्तर भी पूर्व में सार्वजनिक होने के प्रमाण मिले हैं। पेपर कहां से और कैसे लीक हुआ, इसकी जांच अब सिविल लाइंस पुलिस कर रही है।